इंदौर: दिसंबर महीने में दूसरी बार बिना सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलिंडर (रसोई गैस) की कीमतों में मंगलवार को 50 रुपये की वृद्धि कर दी गई. यह वृद्धि केंद्र सरकार और पेट्रोलियम कंपनियों ने की. इसके बाद भोपाल में 14.2 किलोग्राम वाला बिना सब्सिडी वाला एलपीजी गैस सिलिंडर, अब घरेलू उपभोक्ताओं को 700 रुपये में मिलेगा.
देश में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में उछाल पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने सरकार का बचाव किया. साथ ही उन्होंने इसके संबंध में एक अजीबो-गरीब तर्क दिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, "ठंड के सीजन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एलपीजी की मांग बढ़ जाती है. लिहाजा देश में भी कीमतें बढ़ानी पड़ीं हैं. ठंड कम होने पर एलपीजी की कीमतें फिर घट जाएंगीं."
15 दिनों में दो बार बढ़े रेट
एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई है. इस बढ़ोतरी के बाद इंदौर में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत बढ़कर 722 रुपये हो गई है. गैस सिलेंडर की कीमतों में 15 दिनों में यह दूसरी बढ़ोतरी है. इसके अलावा, 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर के भाव में 36 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. नई कीमतें आज से लागू हो गई हैं. इसके पहले, तेल कंपनियों ने 3 दिसंबर को गैस सिलेंडर के भाव में 50 रुपये का इजाफा किया था.
गैस सिलेंडर पर सब्सिडी
सरकार एक वर्ष में प्रत्येक परिवार के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलिंडरों पर सब्सिडी देती है.अगर ग्राहक इससे ज्यादा सिलिंडर लेना चाहते है, तो उन्हें बाजार मूल्य पर खरीदना पड़ता है. ऑयल कंपनियां हर महीने गैस सिलिंडर की कीमत की समीक्षा करती हैं. इसकी कीमत औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारक निर्धारित करते हैं.
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