मुंबई: राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने कृषि एवं ग्रामीण क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनियों में इक्विटी निवेश के लिए सोमवार को 700 करोड़ रुपये के उद्यम पूंजी कोष की घोषणा की.
नाबार्ड अभी तक अन्य कोषों में योगदान करता है . यह पहली बार है कि जब उसने अपना कोष पेश किया है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि नाबार्ड की अनुषंगी कंपनी नैबवेंचर्स ने यह कोष पेश किया है.
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इसके लिए 500 करोड़ रुपये की पूंजी का प्रस्ताव किया गया है. साथ ही ओवर - सब्सक्रिप्शन के लिए 200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी का भी विकल्प है. इसंमें कहा गया है कि नाबार्ड ने कोष के लिए एंकर प्रतिबद्धता जताई है.
यह कोष कृषि , खाद्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में काम करने वाली स्टार्टअप कंपनियों में निवेश करेगा. नाबार्ड के चेयरमैन हर्ष कुमार भनवाला ने कहा कि इस कोष से भारत में कृषि, खाद्य एवं ग्रामीण आजीविका जैसे क्षेत्रों में निवेश तंत्र को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है. बयान में कहा गया है कि नाबार्ड ने अब तक 16 वैकल्पिक निवेश कोष में 273 करोड़ रुपये का योगदान किया है.
नाबार्ड ने कृषि, ग्रामीण क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनियों के लिए बनाया 700 करोड़ रुपये का कोष
नाबार्ड अभी तक अन्य कोषों में योगदान करता है . यह पहली बार है कि जब उसने अपना कोष पेश किया है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि नाबार्ड की अनुषंगी कंपनी नैबवेंचर्स ने यह कोष पेश किया है.
मुंबई: राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने कृषि एवं ग्रामीण क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनियों में इक्विटी निवेश के लिए सोमवार को 700 करोड़ रुपये के उद्यम पूंजी कोष की घोषणा की.
नाबार्ड अभी तक अन्य कोषों में योगदान करता है . यह पहली बार है कि जब उसने अपना कोष पेश किया है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि नाबार्ड की अनुषंगी कंपनी नैबवेंचर्स ने यह कोष पेश किया है.
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इसके लिए 500 करोड़ रुपये की पूंजी का प्रस्ताव किया गया है. साथ ही ओवर - सब्सक्रिप्शन के लिए 200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी का भी विकल्प है. इसंमें कहा गया है कि नाबार्ड ने कोष के लिए एंकर प्रतिबद्धता जताई है.
यह कोष कृषि , खाद्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में काम करने वाली स्टार्टअप कंपनियों में निवेश करेगा. नाबार्ड के चेयरमैन हर्ष कुमार भनवाला ने कहा कि इस कोष से भारत में कृषि, खाद्य एवं ग्रामीण आजीविका जैसे क्षेत्रों में निवेश तंत्र को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है. बयान में कहा गया है कि नाबार्ड ने अब तक 16 वैकल्पिक निवेश कोष में 273 करोड़ रुपये का योगदान किया है.
नाबार्ड ने कृषि, ग्रामीण क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनियों के लिए बनाया 700 करोड़ रुपये का कोष
मुंबई: राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने कृषि एवं ग्रामीण क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनियों में इक्विटी निवेश के लिए सोमवार को 700 करोड़ रुपये के उद्यम पूंजी कोष की घोषणा की.
नाबार्ड अभी तक अन्य कोषों में योगदान करता है . यह पहली बार है कि जब उसने अपना कोष पेश किया है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि नाबार्ड की अनुषंगी कंपनी नैबवेंचर्स ने यह कोष पेश किया है.
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इसके लिए 500 करोड़ रुपये की पूंजी का प्रस्ताव किया गया है. साथ ही ओवर - सब्सक्रिप्शन के लिए 200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी का भी विकल्प है. इसंमें कहा गया है कि नाबार्ड ने कोष के लिए एंकर प्रतिबद्धता जताई है.
यह कोष कृषि , खाद्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में काम करने वाली स्टार्टअप कंपनियों में निवेश करेगा. नाबार्ड के चेयरमैन हर्ष कुमार भनवाला ने कहा कि इस कोष से भारत में कृषि, खाद्य एवं ग्रामीण आजीविका जैसे क्षेत्रों में निवेश तंत्र को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है. बयान में कहा गया है कि नाबार्ड ने अब तक 16 वैकल्पिक निवेश कोष में 273 करोड़ रुपये का योगदान किया है.
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