नई दिल्ली: सरकारी विभागों के कामकाज का स्तर कैसा होता है, इसका एक बेहतरीन उदाहरण है दिलशाद गार्डन सी ब्लॉक की सड़क पर हुआ दिल्ली जल बोर्ड का काम, जिसके पूरा होने में करीब डेढ़ साल का समय लग गया, लेकिन काम पूरा होने के मात्र महीने भर के भीतर स्थिति पहले जैसी हो गई.
सी ब्लॉक 51 - 69 के सामने आज जहां पानी भरा हुआ दिख रहा है, ये दिल्ली जल बोर्ड के उस अथक परिश्रम का नतीजा है, जो डेढ़ साल में विभाग के लाखों रुपए खर्च से हुआ है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि जल बोर्ड ने यहां पहले पाईप लाइन के नाम डेढ़ साल तक बड़ा गड्ढा कर बैरिकेटिंग की थी, लेकिन काम पूरा होने के करीब महीने भर के अंदर स्थिति ये हो गई है कि यहां पाईप लाइन में रिसाव की वजह से पानी भरने लगा है और सड़क भी टूटने लगी है.
दोबारा हुई बैरिकेटिंग
ऐसी ही कुछ स्थिति सी ब्लॉक गोलचक्कर की भी है. यहां भी पाईप लाइन के काम को लेकर लंबे समय तक बैरिकेटिंग रही थी, जिसे कुछ समय पहले ही हटाया गया था. बैरिकेटिंग वाली जगह पर पक्की सड़क बने इससे पहले ही यहां एक बार फिर से बैरिकेटिंग हो गई है. इससे जहां सड़क से गुजरने वालों को खासी दिक्कतें हो रही हैं, वहीं जल बोर्ड के कार्य प्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.