अमरावती : आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में पिछले कुछ दिनों में हुई 18 मौतों को लेकर सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल तेलुगू देशम पार्टी (TDP) आमने-सामने हुए हैं. विपक्षी दल ने आरोप लगाया है कि मौतें अवैध नशे के सेवन से (deaths caused by consumption of illicit arrack) हुईं. सरकार ने इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि तेदेपा प्राकृतिक मौतों को भी विकृत कर रही है.
इस मुद्दे को लेकर सोमवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ, जिसके कारण तेदेपा के पांच सदस्यों को विधानसभा से निलंबित (5 TDP MLAs suspended from Assembly) कर दिया गया, जबकि मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने दावा किया कि मौतें अस्वाभाविक नहीं (CM Y S Jagan Mohan Reddy claimed deaths were natural) थीं.
उन्होंने कहा कि तेदेपा जिन 18 मौतों की बात कर रहे हैं, वे एक ही जगह पर नहीं हुई हैं. वे जंगारेड्डीगुडेम नगरपालिका के विभिन्न स्थानों पर हुईं हैं, जिसकी आबादी लगभग 54,880 है. दो प्रतिशत की मृत्यु दर के अनुसार, विभिन्न कारणों से यहां हर महीने 60 लोगों की मौत होती है.
जगन ने कहा कि तेदेपा के लिए प्राकृतिक मौतों को अवैध शराब के कारण होने वाली मौतों के रूप में चित्रित करना सही नहीं था. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि राज्य में अभी भी अवैध रूप से शराब बनना जारी है, जो कि तेदेपा शासनकाल के दौरान भी जारी था. मुख्यमंत्री ने उन उपायों की एक सूची पढ़ी जो उनकी सरकार ने पिछले दो वर्षों में शराब की खपत को कम करने के लिए उठाए थे.
बता दें कि आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में पिछले एक सप्ताह के दौरान जहरीली शराब के सेवन से 18 लोगों की मौत हो गई है. जंगारेड्डीगुडेम शहर में शनिवार को दो लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या 18 हो गई, जबकि विभिन्न विभागों के अधिकारी जांच कर रहे थे. अधिकारियों के अनुसार, अनिल के रूप में पहचाने गए एक व्यक्ति की शनिवार तड़के एक अस्पताल में मौत हो गई, जबकि घंटों बाद ओडिशा के मूल निवासी उपेंद्र ने जंगारेड्डीगुडेम सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया.
इस बीच, राजस्व, पुलिस, आबकारी, विशेष प्रवर्तन ब्यूरो (एसईबी), चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौतों के कारणों की जांच कर रहे हैं. जांच के तहत टीमें पीड़ितों के घर जाकर ब्योरा जुटा रही थीं. पीड़ितों के परिवारों ने दावा किया कि उनकी मौत नकली देसी शराब के सेवन से हुई है. शराब पीने के कुछ ही घंटों बाद पीड़ितों ने चक्कर आना, उल्टी, पेट दर्द और दस्त की शिकायत की. पीड़ितों की उम्र 35 से 65 साल के बीच थी.