सवाई माधोपुर. राजस्थान में बढ़ रहे महिला अत्याचार के क्रम में ताजा घटनाक्रम सवाई माधोपुर जिले से सामने आया है. जिले के बोली उपखंड में मंगलवार से लापता 16 वर्षीय बालिका का शव गुरुवार को कुएं में मिला. कुएं में शव होने की सूचना पर क्षेत्र में ग्रामीण एकत्रित हो गए. वहीं पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से शव को कुएं से बाहर निकलवाया. इस बीच ग्रामीणों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार करते हुए विद्यालय में शव रखकर स्कूल के स्टाफ के खिलाफ प्रदर्शन किया. पुलिस के अधिकारी ग्रामीणों और परिजनों से समझाइश करने में जुटे रहे. घटना की सूचना पर एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला भी मौके पर पहुंच गए हैं.
पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि बोली थाने में परिवादी ने अपनी पुत्री का अपहरण होने का प्रकरण दर्ज करवाया था. जिसमें स्थानीय सरकारी स्कूल के अध्यापक पर शंका जताई गई थी. उन्होंने बताया कि अध्यापक को तुरंत पुलिस ने दस्तयाब कर लिया, जिसके बाद पुलिस ने बालिका की तलाश जारी की. एसपी ने कहा कि सुबह बालिका का शव घर के पास कुएं में मिला है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कुएं से शव को निकाल लिया गया है.
वहीं, परिजन और गांव के लोग अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि परिजनों और ग्रामीणों के बीच वार्ता चल रही है, इसके बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया सामने आया है कि घर वालों ने लड़की की तलाश की तो लड़की नहीं मिली, परिजनों को शक था कि पहले भी अध्यापक के साथ बालिका की बातचीत हो सकती है. फिलहाल, प्रशासनिक अधिकारियों और ग्रामीण व परिजनों के बीच वार्ता जारी है.
मंगलवार को हुई थी लापताः स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि 16 वर्षीय बालिका मंगलवार की शाम से लापता थी. इस संबंध में बुधवार को परिजनों ने बोली थाने में विद्यालय के अध्यापक के खिलाफ बालिका का अपहरण करने का नामजद प्रकरण दर्ज करवाया करवाया था. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस हरकत में आई और बालिका की तलाश शुरू की गई. इस बीच गुरुवार सुबह बालिका का शव गांव के कुएं में मिला है. शव मिलने की सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए. वहीं, सूचना पर एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला भी मौके पर पहुंचे.
ग्रामीणों की सहायता से शव को कुएं से बाहर निकाला गया. प्रशासन ने शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए ग्रामीणों की समाझाइश की, लेकिन ग्रामीणों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया. साथ ही शव को गांव के विद्यालय में ले आए तथा शव रखकर विद्यालय स्टाफ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, पुलिस व प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों की समझाइश की. वहीं, इस घटना के बाद भाजपा के कई नेता मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों के साथ प्रदर्शन किया.
ग्रामीणों की कुछ मांगों पर बनी सहमतिः जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों ने प्रशासन के सामने सात मांगें रखी हैं. इसके तहत विद्यालय के समस्त स्टाफ को सस्पेंड करना, 302 में मामला दर्ज कर फांसी की सजा दिलाना, जिले के समस्त विद्यालय में सीसीटीवी कैमरा लगवाना, अध्यापक को राज्य सेवा से टर्मिनेट करना शामिल है. इसके साथ ही परिवार को आर्थिक पैकेज के साथ-साथ सरकारी नौकरी, सहित अन्य मांगों को लेकर ग्रामीण स्कूल परिसर में शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ मांगों पर सहमति बन गई है.
भाजपा ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना : सवाई माधोपुर में छात्रा का कुएं में शव मिलने के बाद गहलोत सरकार पर अब बीजेपी और ज्यादा हमलावर हो गई है. बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने गुरुवार को पीड़िता का शव कुएं से निकालते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला. उन्होंने गहलोत सरकार से सवाल पूछा कि प्रदेश में जब विद्यालय में बच्ची से दुष्कर्म और हत्या हो रही है, तो मुख्यमंत्री बताएं बच्चियां कहां सुरक्षित हैं ? उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्मार्ट फोन नहीं सुरक्षा चाहिए.
बच्चियां कहां सुरक्षित ? : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने ट्वीट करते हुए पूछा कि अब सवाई माधोपुर जिले के बोली के विद्यालय में बच्ची से दुष्कर्म और हत्या, मुख्यमंत्री बताएं बच्चियां कहां सुरक्षित ? सीपी जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से प्रश्न करते हुए पूछा कि राजस्थान में हो रहे महिला दुष्कर्म और हिंसा को गंभीरता से क्यों नहीं लेते ? क्या आपके लिए राजस्थान केवल भ्रमण का स्थल है. पुलिस ने जिस तरह मृतक बालिका के पिता के साथ क्रूरता का व्यवहार किया है, वह अशोभनीय है. सीएम गहलोत आरोपी को पकड़ कर खुद को शाबाशी देते हैं, लेकिन समस्या प्रदेश की बालिकाओं की सुरक्षा की है. प्रतिदिन ऐसी वीभत्स घटनाएं होने के बाद भी महिला सुरक्षा के विषय पर अब तक आपकी सरकार गंभीर क्यों नहीं हुई ?. वहीं, वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी ट्वीट करते हुए सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा कि नाबालिग के साथ अनाचार कर उसकी हत्या कर उसका शव कुएं में फेंक दिया गया. क्या कोई प्रश्न बाकी रह गया बहन- बेटियों और अब मासूम बच्चियों की ओर से पूछने के लिए? आखिर कब तक गहलोत जी, कब तक?.
मानवता को किया शर्मसार : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बताएं कि प्रदेश में महिलाओं और बेटियों को सुरक्षा कब मिलेगी. कांग्रेस के राज में महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा आज सबसे बड़ा सवाल बन गया है. अभी करौली के नादौती में दलित लड़की के साथ गैंगरेप कर एसिड से जला कर उसके शव को कुएं में फेंकने की घटना की स्याही सूखी भी नहीं थी कि अब एक बार फिर सवाई माधोपुर के बोली तहसील में नाबालिग की हत्या किया जाना और उसके शव को कुएं में फेंकने की यह दूसरी घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है. यह प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवालिया निशान है. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के जंगलराज में बेटियों और महिलाओं के खिलाफ लगातार जघन्य अपराधों में वृद्धि हो रही है और यह कोई पहला मामला नहीं है.