वडोदरा: सरकारी जमीन हड़पने वाले भू-माफियाओं के खिलाफ वड़ोदरा सिटी सर्वे सुपरिटेंडेंट कार्रवाई कर रहा है. 100 करोड़ की सरकारी जमीन हड़पने के इस मामले (Government land grabbing case in Vadodara) में व्हाइट हाउस समेत कच्चे दबावों को दूर करने की कोशिश की गई है. व्हाइट हाउस शहर सर्वेक्षण अधीक्षक ने कहा कि जब तक दबाव पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाता तब तक काम जारी रहेगा. बहुचर्चित दंतेश्वर 100 करोड़ के भूमि घोटाला मामले में आज नगर सर्वेक्षण अधीक्षक द्वारा निर्माणों को हटाने का काम शुरू किया गया है. सरकारी घोटाले में संजय सिंह परमार समेत आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. इस सरकारी जमीन को हड़पने में मदद करने वाले सरकारी कर्मचारी को भी जेल हो चुकी है. यह शासकीय भूमि मूल शासकीय के नाम पर वापस कर दी गयी है. अवैध रूप से बने इन मकानों को हटाने की स्वैच्छिक अवधि पूरी होने के बाद आज वड़ोदरा निगम की दबाव शाखा टीम के सहयोग से नगर सर्वेक्षण अधीक्षक द्वारा मिट्टी के मकानों को तोडऩे का कार्य किया गया.
ऑपरेशन में कौन हुए शामिल: सिटी सर्वे के अधीक्षक द्वारा किए जा रहे इस ऑपरेशन में वड़ोदरा नगर पालिका के प्रेशर विंग की विभिन्न टीमों की मदद ली गई है. वर्तमान में प्रेशर ब्रांच के माध्यम से चार जेसीबी, क्रेन सहित उपकरण से निर्माणों को हटाया जा रहा है. इस ऑपरेशन में MGVCL का स्टाफ भी शामिल है. जिससे बिजली कनेक्शन सहित अन्य कार्य हो सके. वही निर्माण शाखा और दबाव शाखा के उच्च अधिकारी भी शामिल हैं.
इस अभियान में उच्चाधिकारी भी शामिल हुए हैं. कलेक्टर कार्यालय सहित विभिन्न उच्चाधिकारी भी शामिल हुए हैं. इस ऑपरेशन में किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए वीएमसी फायर एंड इमरजेंसी टीम को भी तैनात किया गया है. दूसरी ओर, एक एम्बुलेंस को भी तैनात किया गया है ताकि किसी घटना के बाद तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके, साथ ही पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों समेत बड़ी संख्या में पुलिस का काफिला लगाया गया है, ताकि दबाव अभियान में बाधा न आए और भीड़ एकत्र न हो.
वडोदरा सिटी सर्वे अधीक्षक ने क्या कहा: वडोदरा सिटी सर्वे अधीक्षक ने बताया कि टीपी 3 दंतेश्वर के फाइनल प्लॉट नंबर 881, 879 और 973 में सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है. इसका निस्तारण कर दिया गया है. इसके लिए वडोदरा नगर पालिका से जेसीबी और प्रेशर ब्रांच की टीमें लगाई गई हैं. एमजीवीसीएल से तकनीकी टीम भी बुलाई गई है. लिहाजा बिजली कनेक्शन सहित अन्य कार्य किए गए हैं. इन सभी के सहयोग से फिलहाल प्रेशर रिलीफ ऑपरेशन चल रहा है. यह ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक यह दबाव कम नहीं हो जाता. निर्माण के कच्चे मकानों सहित बने-बनाए भवन को तोड़ा जाएगा, साथ ही जो बड़ी और छोटी छतें बनाई गई हैं, उन्हें भी तोड़ा जाएगा.प्रेशर ब्रांच का पूरा स्टाफ वीएमसी से उपलब्ध है. दबाव शाखा की टीम द्वारा दबाव हटने तक कार्रवाई जारी रहेगी.
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