नई दिल्ली : ओमीक्रोन के डर के बीच सोमवार सुबह से पूरे भारत में 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों के लिए टीकाकरण शुरू हो गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि टीकों की उपलब्धता और टीकाकरण में रुचि इसमें अहम भूमिका निभाएगी. सरकार ने इस विशेष आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण के लिए भारत बायोटेक के कोवैक्सिन को आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) को मंजूरी दी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव विकास शील (joint secretary in health ministry Vikas Sheel) ने कहा केवल 'कोवैक्सीन को 18 साल से कम वालों के लिए अनुमोदित किया गया है. यानी 15 से 17 साल वाले जिनका जन्म 2005, 2006 या 2007 में हुआ है वह कोवैक्सीन लगवा सकते हैं. 18 प्लस वाले कोविशील्ड टीके के लिए पात्र हैं.'
वहीं, ईटीवी भारत से बात करते हुए डॉ. तमोरिश कोले (Dr Tamorish Kole) ने 15-18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को टीकाकरण के सरकार के फैसले की सराहना की. कोले ने कहा, 'मैं यहां कहना चाहता हूं कि टीकों की उपलब्धता और अपने बच्चों को टीका लगवाने के लिए आगे आने के लिए माता-पिता की रुचि इस कदम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.'
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वास्तव में टीकों की उपलब्धता और टीका लगवाने से हिचकिचाहट पिछले साल वयस्कों के लिए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण प्रक्रिया के लिए दो प्रमुख बाधाएं थीं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत भर में 7,40,57,000 बच्चों को टीकाकरण प्रक्रिया के लिए लाभार्थी के रूप में लक्षित किया गया है.