बेंगलुरु : केंद्रीय मंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा रविवार को शिवमोगा से बेंगलुरु आते समय चित्रदुर्ग में निम्न रक्त शर्करा के कारण बेहोश हो गए और उन्हें यहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि गौड़ा (67) की हालत स्थिर है और उनका अस्पताल में इलाज जारी है.
केंद्रीय रासायनिक एवं उर्वरक मंत्री को रविवार शाम पौने पांच बजे एस्टर सीएमआई अस्पताल लाया गया.
अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि उनकी हालत स्थिर है और अगले 24 घंटे तक उन्हें निगरानी में रखा जाएगा.
अस्पताल में चिकित्सक डॉ. बृंदा ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है, रक्त एवं अन्य चीजें सामान्य हैं. चिंता करने की कोई बात नहीं है. हम उन्हें 24 घंटे तक निगरानी में रखेंगे.
उन्होंने कहा कि बेहोशी का कारण निम्न रक्त शर्करा था.
गौड़ा ने ट्वीट कर बताया कि उनकी हालत स्थिर है.
उन्होंने ट्वीट किया कि कम रक्त शर्करा के कारण मैं थका हुआ था. अब मैं ठीक हूं. इको, ईसीजी सहित सभी कुछ सामान्य हैं.
मंत्री को पहले चित्रदुर्ग के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में शून्य यातायात प्रबंधन कर उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से यहां के एक निजी अस्पताल में लाया गया.
शून्य यातायात प्रबंधन के तहत अन्य वाहनों को अस्थायी रूप से रोक कर वीवीआईपी के काफिले को गुजारा जाता है.
गौड़ा राज्य भाजपा की एक बैठक में शामिल होने के बाद शिवमोगा से बेंगलुरु आ रहे थे.
सूत्रों ने बताया कि चित्रदुर्ग में पार्टी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं का अभिवादन करने के बाद वह बेहोश हो गए. वह वहां दोपहर के भोजन के लिए एक होटल में ठहरे थे.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री गौड़ा को तुरंत चित्रदुर्ग के बासावेश्वर चिकित्सा कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया. वहां उपचार के बाद वह ठीक हो गए और भाजपा नेताओं तथा परिवार के सदस्यों से फोन पर बात की.
इसके बाद उन्हें बेंगलुरु के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
गौड़ा के बेटे कार्तिक ने संवाददाताओं से कहा कि निम्न रक्त शर्करा के कारण ऐसा हुआ. वह अब ठीक हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में डीवी सदानंद गौड़ा कोरोना को मात देकर ठीक हुए हैं.
19 नवंबर को केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा कोरोना संक्रमित पाए थे. इस दौरान उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि कोविड-19 के शुरुआती लक्षण के बाद मैंने खुद की कोविड जांच कराई और मैं कोरोना वायरस से संक्रमित हूं. मैंने खुद को पृथकवास में रखा है.
मंत्री ने उनके संपर्क में आने वालों से सावधान और सुरक्षित रहने एवं अनिवार्य प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा था.