बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में रजौड़ा और बरौनी में चाकूबाजी की घटना को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज ही गई. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) के बाद बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा (BJP MP Rakesh Sinha) ने भी घटना में घायल हुए लोगों से बेगूसराय सदर अस्पताल में जाकर मुलाकात की. एक ओर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) ने बिहार के बेगूसराय के रजौड़ा की घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन पर साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि रजौड़ा के लोगों ने देखा है कि प्रशासन के लोग सीसीटीवी कैमरे से फुटेज निकाल रहे हैं ताकि सच्चाई को छुपाई जा सके लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो सकेंगे.
बीजेपी नेता ने कहा कि आपके पास ताकत है, पुलिस और प्रशासन है इसलिए सच्चाई को सामने आने दें. जो लोग भी कसूरवार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करें. दूसरी ओर बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने पीड़ित और उसके परिजनों से मिलकर पूरी घटना की जानकारी ली. मीडिया से बात करते हुए सिन्हा ने कहा कि प्रशासन कार्रवाई करने में किसी भी प्रकार का भेदभाव ना करें. कानून और व्यवस्था के खिलाफ जो भी कदम उठाता है, वह समाज का शत्रु है लेकिन जो सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश करता है वह उससे भी बड़ा शत्रु है. अगर न्याय नहीं मिला तो गांव-गांव जाकर इंसाफ के लिए भीख मांगूंगा. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने न्याय नहीं दिया और दोषियों को नहीं पकड़ा तो मैं लोगों के बीच जाऊंगा और न्याय के लिए भीख मांगूंगा.
घायलों से अस्पताल में मिले नेती
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने घटना में घायल हुए लोगों से अस्पताल में जाकर मुलाकात की. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के कारण समाज की शांति भंग हो रही है. समाज में सामाजिक समरसता टूट रही है. इस मामले में लीपापोती नहीं होनी चाहिए. सरकार और प्रशासन को बताना चाहिए कि आखिर बेगूसराय का हिंदू कहां जाएगा? बेगूसराय का हिंदू कहां जाएगा?: गिरिराज सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन और बिहार के मुख्यमंत्री बताएं कि आखिर हिंदू कहां रहने जाएं. जो पाकिस्तान गए, वह मारे गए और उनका धर्म परिवर्तन हुआ. बांग्लादेश में प्रतिमा और मंदिर तोड़ी जा रही है. रजौड़ा में इतनी बड़ी बात हो गई और प्रशासन लीपापोती करने की कोशिश कर रहा है, ऐसा नहीं होने दिया जाएगा.
सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की कोशिश
बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि दलित समाज के लोगों के हाथ को तोड़ देना और उस पर जानलेवा हमला करना एक जघन्य अपराध है. यह घटना इस बात को दर्शाती है कि इसके पीछे सोची-समझी साजिश थी. उन्होंने कहा कि बेगूसराय जिले को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की कोशिश मुट्ठी भर लोगों के द्वारा की जा रही है. बेगूसराय का इतिहास स्वस्थ, सामाजिक जीवन और प्रगतिशील जीवन का इतिहास रहा है. घोर संप्रदायिकता के समय में भी बेगूसराय में ऐसी घटना नहीं घटी. दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे प्रशासन: बीजेपी सासंद ने कहा कि जो लोग भी इस घटना में शामिल हैं, उस पर प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है कि तो बेगूसराय ही नहीं बिहार के लोग इस को लेकर आंदोलन करेंगे. सांसद ने कहा कि यह प्रशासन की विफलता है.
बेगूसराय ने पेश की मिशाल
राकेश सिन्हा ने कहा कि बेगूसराय ने पूरे देश में एकता की मिशाल पेश की है. जहां 85 फीसदी हिंदुओं ने पंचायती राज के सबसे बड़े पद मुखिया और सरपंच पद पर 15 प्रतिशत आबादी वालों को जिताया है. वैसे स्थान को उदाहरण बनाने की बजाय कुछ लोग सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि हमारी केंद्र और राज्य की सरकार संप्रदायिक ताकत को दमन करने में सक्षम है. सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मेरी अपील है कि जिला प्रशासन को निर्देश दें कि किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ा जाए.
क्या है रजौड़ा का मामला?
दरअसल स्कूल में दो बच्चों के मामूली विवाद में शुक्रवार की शाम मुफस्सिल थाना के रजौड़ा गांव में एक पक्ष के लोगों ने दुकान पर हमला कर दुकानदार समेत कई लोगों को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. घटना के बाद से गांव में अभी भी तनाव का माहौल है. डीएसपी के नेतृत्व में कई थानों के पुलिस अधिकारी और पुलिस के जवान गांव में कैम्प कर रहे हैं.