नई दिल्ली: केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच पूर्वोत्तर के राज्यों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों (COVID-19 situation in North Eastern State/Union Territories) में महामारी के हालात की बुधवार को समीक्षा की. यह समीक्षा ऐसे वक्त में की गई जब देश में पिछले एक हफ्ते में कोविड-19 (COVID-19) की संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक प्रदर्शित करने वाले 73 में से 45 जिले पूर्वोत्तर क्षेत्र के हैं.
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय गृह सचिव ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 (Corona Virus) स्थिति की समीक्षा करने के लिए बुधवार को एक बैठक की अध्यक्षता की. बैठक के दौरान सभी केंद्र शासित प्रदेशों और पूर्वोत्तर राज्यों में संक्रमितों की मौजूदा स्थिति और प्रवृत्ति, मृत्यु दर, संक्रमण दर और टीकाकरण की स्थिति पर चर्चा की गई.
बताया गया कि देश में संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक प्रदर्शित करने वाले 73 जिलों में से 45 पूर्वोत्तर के हैं, जहां वर्तमान दिशा-निर्देशों के अनुसार सख्त रोकथाम वाले कदम उठाने की आवश्यकता है. गृह सचिव ने जांच, निगरानी, इलाज, टीकाकरण और कोविड अनुकूल व्यवहार की पांच स्तरीय रणनीति अपनाने पर जोर दिया. इसमें कहा गया है कि पूर्वोत्तर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जिले तथा शहर स्तर पर हालात की सख्त निगरानी करने और समय रहते उचित कदम उठाने की सलाह दी गई है.
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जिन जिलों में संक्रमण दर अधिक है और अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या अधिक है, वहां राज्य और केंद्र शासित प्रदेश व्यवस्थित तरीके से पाबंदियां लगाने पर विचार कर सकते हैं. बैठक में इन राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) शामिल हुए. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य), एनसीडीसी निदेशक और गृह मंत्रालय तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में 73 जिलों में 29 जून से पांच जुलाई तक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक रही. इनमें से 61 प्रतिशत जिले पूर्वोत्तर राज्यों अरुणाचल प्रदेश (18), मणिपुर (9), मेघालय (6), त्रिपुरा (4), सिक्किम (4), नगालैंड (3) और मिजोरम (1) के हैं.
(पीटीआई-भाषा)