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प्रतिबंधित संगठन उल्फा के भर्ती मॉड्यूल का भंडाफोड़ - प्रतिबंधित संगठन उल्फा

भारतीय सेना ने सम में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) में युवाओं की भर्ती के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है.

प्रतिबंधित संगठन उल्फा के भर्ती मॉड्यूल का भंडाफोड़
प्रतिबंधित संगठन उल्फा के भर्ती मॉड्यूल का भंडाफोड़
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Published : Sep 30, 2021, 6:27 PM IST

गुवाहाटी : भारतीय सेना ने सम में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) में युवाओं की भर्ती के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. सेना सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर एक सुनियोजित और समन्वित अभियान में सेना की जॉयपुर बटालियन ( Joypur Battalion) ने चराईदेव जिला के सोनारी पुलिस (Sonari Police) के साथ मिलकर बीते दिन उल्फा के एक भर्ती मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया. इस अभियान में सात युवाओं को गिरफ्तार किया गया.

जानकारी के अनुसार नामतोला में सुरक्षा कर्मियों ने भारत-म्यांमार सीमाई क्षेत्र में उल्फा प्रशिक्षण शिविरों के लिए जाते समय युवाओं को पकड़ा. ऑपरेशन के दौरान, गोला बारूद के साथ एक पिस्टल भी बरामद किया गया.

समूह में एक कैडर भी शामिल था, जिसने 2016 में आत्मसमर्पण किया था. पकड़े गए सभी व्यक्तियों का कहना है कि उन्हें उल्फा के हैंडलरों द्वारा भर्ती किया गया था.

सूत्रों ने बताया है कि यह कदम उल्फा द्वारा घोषित एकतरफा युद्धविराम के मिथक को तोड़ता है. सुरक्षा बलों का अभियान युवाओं को प्रतिबंधित संगठन के नापाक मंसूबों का शिकार होने से बचाने के लिए चलाया गया था.

पढ़ें - चीन में ऐतिहासिक बिजली संकट : कौन है दोषी ? कोयले की कमी या शी जिनपिंग की पॉलिसी

सेना, असम राइफल्स और असम पुलिस के बीच अच्छे समन्वय के परिणामस्वरूप पहले भी काफी बेहतर नतीजे सामने आए है. सुरक्षा एजेंसियां इलाके में शांति व्यवस्था को बहाल रखने के लिए पूरा प्रयास कर रही हैं.

सेना ने एक बार फिर युवाओं से उल्फा के झांसे में न आने का आह्वान किया है. साथ ही कहा है कि हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

गुवाहाटी : भारतीय सेना ने सम में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) में युवाओं की भर्ती के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. सेना सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर एक सुनियोजित और समन्वित अभियान में सेना की जॉयपुर बटालियन ( Joypur Battalion) ने चराईदेव जिला के सोनारी पुलिस (Sonari Police) के साथ मिलकर बीते दिन उल्फा के एक भर्ती मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया. इस अभियान में सात युवाओं को गिरफ्तार किया गया.

जानकारी के अनुसार नामतोला में सुरक्षा कर्मियों ने भारत-म्यांमार सीमाई क्षेत्र में उल्फा प्रशिक्षण शिविरों के लिए जाते समय युवाओं को पकड़ा. ऑपरेशन के दौरान, गोला बारूद के साथ एक पिस्टल भी बरामद किया गया.

समूह में एक कैडर भी शामिल था, जिसने 2016 में आत्मसमर्पण किया था. पकड़े गए सभी व्यक्तियों का कहना है कि उन्हें उल्फा के हैंडलरों द्वारा भर्ती किया गया था.

सूत्रों ने बताया है कि यह कदम उल्फा द्वारा घोषित एकतरफा युद्धविराम के मिथक को तोड़ता है. सुरक्षा बलों का अभियान युवाओं को प्रतिबंधित संगठन के नापाक मंसूबों का शिकार होने से बचाने के लिए चलाया गया था.

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सेना, असम राइफल्स और असम पुलिस के बीच अच्छे समन्वय के परिणामस्वरूप पहले भी काफी बेहतर नतीजे सामने आए है. सुरक्षा एजेंसियां इलाके में शांति व्यवस्था को बहाल रखने के लिए पूरा प्रयास कर रही हैं.

सेना ने एक बार फिर युवाओं से उल्फा के झांसे में न आने का आह्वान किया है. साथ ही कहा है कि हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

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