सुन्नीपेंटा : वैदिक स्कूल में पढ़ाई (Vedic education) के लिए भेजे गए किशोर की मौत मामले में दो साल बाद खुलासा हुआ है कि मौत का कारण प्रताड़ना था. पुलिस ने इस संबंध में स्कूल के शिक्षक और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है (Two held in Vedic school student death case).
कुरनूल के पास एडुरु गांव के रहने वाले महेश और सुवर्णा ने अपने 13 साल के बेटे मधुकुमार शर्मा का दाखिला श्रीशैलम मंडल के सुन्नीपेंटा में राम शर्मा और शिरीषा दंपत्ति द्वारा संचालित एक निजी वैदिक स्कूल में कराया था. वहां वह कमरे में मृत मिला था. इस पर छात्र के पिता ने 7 जुलाई 2020 को श्रीशैलम सेकेंड टाउन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी.
उनका आरोप था कि वह दंपति मधुकुमार से घर का काम कराते थे, खाना बनवाते थे. अगर वह नहीं सुनता तो गाली-गलौज करते और उसे बुरी तरह पीटते. इसी क्रम में एक दिन मधुकुमार को एक अंधेरे कमरे में सिर पर पट्टी बांधकर बंद कर दिया गया क्योंकि उसने यज्ञ के दौरान कही गई बातों को नहीं सुना. छह दिन बाद जब कमरे का दरवाजा खोला गया तो छात्र मृत पाया गया. हालांकि पुलिस ने संदिग्ध हालात में मौत का मामला दर्ज किया था.
डीएसपी के आदेश पर फिर से जांच : कुछ दिनों बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिली थी जिसमें मौत का कारण भोजन और पानी की कमी आया था. लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया. हाल ही में आत्मकुरु डीएसपी श्रुति ने हाल ही में श्रीशैलम थाने का निरीक्षण किया. इस मामले के विवरण की जांच करने के बाद, उन्होंने छात्र के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में विसंगति देखी और फिर से मुकदमा चलाने का आदेश दिया.
नंदीकोटकुर सीआई सुधाकर रेड्डी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया. सीआई ने पुष्टि की कि छात्र की मौत शिक्षक दंपति की प्रताड़ना के कारण हुई है. अब संदिग्ध मौत मामले को हत्या की धारा में बदला गया है. 11 अक्टूबर को रमा शर्मा और शिरीषा को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया.
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