द्वारका: गुजरात के द्वारका के राण गांव में सोमवार दोपहर एक बजे के आस-पास एक ढाई साल की बच्ची खेलते समय 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी. स्थानीय लोगों को इस घटना का पता चलते ही उन्होंने बच्ची को बचाने के लिए मशक्कत शुरू कर दी. बाद में एनडीआरएफ के जवान राहत बचाव में शामिल हो गए.
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#WATCH | Gujarat: A 2.5-year-old girl who fell into a borewell in Ran village of Kalyanpur tehsil of Dwarka district has been rescued successfully by Indian Army personnel and the NDRF team. https://t.co/ti9hbglZJc pic.twitter.com/gYfeXOwOTt
— ANI (@ANI) January 1, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) January 1, 2024#WATCH | Gujarat: A 2.5-year-old girl who fell into a borewell in Ran village of Kalyanpur tehsil of Dwarka district has been rescued successfully by Indian Army personnel and the NDRF team. https://t.co/ti9hbglZJc pic.twitter.com/gYfeXOwOTt
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बोरवेल के अंदर बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाई गई. साथ ही बच्ची को रस्सी से बांधकर 15 फीट तक खींचा गया. तकरीबन 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्ची को बोरवेल से सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, मासूम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मासूम की मौत से न सिर्फ पीड़ित परिवार बल्कि पूरे गांव मे शोक का माहौल है. मासूम का नाम एंजल शाखरा था.
रेस्क्यू ऑपरेशनः एक जनवरी दोपहर एक बजे खेलते समय बच्ची बोरवेल में गिर गई थी. स्थानीय लोगों को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने मौके पर जा कर बच्ची को बचाने का प्रयास शरू किया. इस दौरान एनडीआरएफ और अन्य अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी गई. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए राहत-बचाव की टीम के साथ मेडिकल की टीम भी मौके पर पहुंची.
रेस्क्यू ओपरेशन के दौरान पता चला के बच्ची बोरवेल में 25 से 30 फीट की गहराई में फंसी है. मेडिकल की टीम ने बोरवेल में ऑक्सीजन भेजी. साथ ही बच्ची को किसी तरह से रस्सी से बांधकर 15 फीट तक उपर खींचा गया. बच्ची को बचाने के लिए डिफेंस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों से मदद मांगी गई थी. बच्ची को बचाने के लिए सेना के जवान भी पहुंच गए थे. जेसीबी की मदद से बगल में गड्ढा खोदकर रेस्क्यू ऑपरेश चलाया गया. आखिरकार 8 घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची को बाहर निकालने में सफलता मिली. हालांकि, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. बच्ची ने अस्पताल में दम तोड दिया.