श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि परिसीमन आयोग ने भाजपा के पक्ष में काम किया जिससे उन्हें विधानसभा में बहुमत मिल सके. 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 खत्म कर जम्मू कश्मीर को दो हिस्सों में विभाजित कर केंद्र शासित प्रदेश बनाने को प्रस्ताव को पारित कर सकें. जिससे पता चल सके की विधानसभा ने इसे स्वीकार कर लिया है.
परिसीमन आयोग की अंतरिम रिपोर्ट पर प्रदेश में गर्माई राजनीति के बीच गुपकार गठबंधन की आज डॉ. फारूक अब्दुल्ला के आवास पर बैठक हुई. इसमें गुपकार गठबंधन के दलों का रिपोर्ट पर पक्ष भी सार्वजनिक किया गया. गुपकार गठबंधन के प्रवक्ता मोहम्मद युसूफ तारिगामी का कहना है कि शनिवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे गुपकार गठबंधन की बैठक बुलाई गई.
इसमें मुख्य तौर से परिसीमन आयोग की मसौदा रिपोर्ट और प्रदेश में सियासी हालात पर चर्चा हुई. उल्लेखनीय है कि गुपकार गठबंधन में राजनीतिक दलों में पांच पार्टिया शामिल हैं. इनमें नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, सीपीआई, जम्मू-कश्मीर अवामी नेशनल कांफ्रेंस और जेकेपीएम हैं. हालांकि गुपकार गठबंधन पहले ही परिसीमन आयोग की मसौदा रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर चुका है. वहीं, प्रदेश के अन्य दल भी परिसीमन आयोग की रिपोर्ट के सार्वजनिक होने का इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं. मसौदा रिपोर्ट पर एसोसिएट सदस्यों की आपत्तियों पर आयोग की बैठक वीरवार 24 फरवरी को नई दिल्ली में हो चुकी है.
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ऐसे में रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से पहले कितनी आपत्तियों को दूर किया जाता है इस पर भी निगाहें टिकी हुई हैं. अंतरिम रिपोर्ट के सार्वजनिक होने पर सियासी दल अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से भी बड़ी संख्या में आपत्तियां दर्ज करवाने की तैयारी भी कर रहे हैं.