अगरतला : त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (TTAADC) नवंबर में पहले ब्राजील सांस्कृतिक महोत्सव की मेजबानी करने के लिए तैयार है. सामाजिक, सांस्कृतिक और भाषाई मूल्यों का आदान-प्रदान करने और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में त्रिपुरा की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने के प्रयास में ब्राजील के दूतावास भारत के सहयोग से इस महोत्सव का आयोजन किया जाएगा.
पशुपालन विभाग के लिए TTAADC के कार्यकारी सदस्य कमल कलोई ने टीटीएएडीसी सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा भारत में ब्राजील के राजदूत से मुलाकात के बाद इसकी घोषणा की.
खुमुलवंग (Khumulwng) में त्रिपुरा जनजातीय लोक संगीत कॉलेज के 12वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए, कमल कलोई ने कहा कि नवंबर में, टीटीएएडीसी ब्राजील सांस्कृतिक महोत्सव की मेजबानी करेगा ताकि राज्य के लोगों को उनकी संस्कृति के बारे में जागरूक किया जा सके. वे जानते हैं कि हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है. उत्सव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य सांस्कृतिक मूल्यों का आदान-प्रदान है.
उन्होंने बताया कि जल्द ही सभी 33 उप-क्षेत्रों (sub-zonal area) में लोक संगीत केंद्र खोले जाएंगे और सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े लोगों को एक सांस्कृतिक सलाहकार समिति बनाने वाले केंद्रों में शामिल किया जाएगा.
समारोह के दौरान, टीटीएएडीसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य पूर्ण चंद्र जमातिया (Purna Chandra Jamatia) ने कहा कि शाही वंशज प्रद्योत किशोर माणिक्य देब बर्मा (Pradyot Bikram Manikya Deb Barma) के कुशल मार्गदर्शन में हमारी नई परिषद यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है कि हमारी संस्कृति को दुनिया भर में बढ़ावा दिया जा सके. हाल ही में, हमने सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के लिए भारत में ब्राजील और इजराइल के दूतों से मुलाकात की है.
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