बेंगलुरु: शहर के अनेकल इलाके में एक पटाखे की दुकान में लगी भीषण आग की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है. बताया जाता है कि दुकान के साथ ही गोदाम भी था. गोदाम में रखे पटाखों के कारण आग तेजी से भड़की. सरकार ने इस हादसे पर दुख जताया है. वहीं, मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है.
शनिवार को अनेकल तालुक के अट्टीबेले में दुकान-सह-गोदाम में अचानक आग लग गई. दुर्घटना इतनी भीषण थी कि 12 लोगों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई. वहीं दो अन्य की आज इलाज के दौरान मौत हो गई. उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया और प्रत्येक मृतक को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मौतों पर दुख व्यक्त किया. पुलिस ने कहा कि मरने वालों में से अधिकांश लोग पटाखा गोदाम के साथ लगी दुकान में काम करते थे. मृतकों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, सभी मृतक तमिलनाडु के रहने वाले थे.
इस हादसे में धर्मपुरी जिला के रहने वालों ने नाम सामने आए हैं. इनमें 1) प्रकाश (20), 2) वेट्टप्पन (25), 3) आथिकेशवन (23), 4) विजयराघवन 20), 5) इलाम्बरुथी (19), 6) आकाश (23), 7) गिरि (22), 8) सचिन (22) सभी अम्मापेट्टई गांव, हरुर टीके के रहने वाले थे. इसके अलावा कल्लाकुरुची जिला के रहने वाले 9) प्रभाकरन (17), 10) वसंतराज (23), 11) अप्पास (23) है. कुछ शवों की पहचान नहीं हो पाई है. इन्हीं में आठ छात्र शामिल हैं.
सीएम सिद्धारमैया ने किया मौके का दौरा
अट्टीबेले में पटाखे की दुकान का दौरा करने के बाद कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि 7 अक्टूबर को आग लगने की घटना हुई थी. जिस स्थान पर पटाखों का स्टॉक किया गया और बेचा गया, वहां कोई सुरक्षा उपाय नहीं थे. इस प्रकार, विस्फोटक अधिनियम का उल्लंघन हुआ.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार को अथिबेले में आग लगने वाली जगह का दौरा कर निरीक्षण किया और अधिकारियों से जानकारी ली. डीसीएम डीके शिवकुमार, परिवहन मंत्री रामलिंगारेड्डी, शहरी विकास मंत्री बैराथी सुरेश, पूर्व मंत्री एसटी सोमशेखर, विधायक शिवन्ना और अन्य उपस्थित थे.
पुलिस महानिदेशक ने दी घटना की जानकारी
पुलिस महानिदेशक आलोक मोहन ने बताया कि शनिवार को अत्तिबेले पटाखा दुकान में लगी आग की घटना के सिलसिले में मालिक और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया. डीजीपी ने रविवार को घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण किया. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'अट्टीबेले पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. मालिक समेत पांच लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मालिक और उसके बेटे को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और अन्य तीन को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.'
डीजीपी ने बताया कि फायरब्रिगेड और पुलिस ने आपातकालीन बचाव अभियान चलाया और आग को आसपास की दुकानों तक फैलने से रोका. हम इस घटना की जांच करेंगे और कार्रवाई करेंगे. हम पता लगाएंगे कि किन अधिकारियों ने इस मामले में लापरवाही बरती और कार्रवाई करेंगे. जांच के बाद ही घटना का कारण पता चल सकेगा.
आलोक मोहन ने कहा कि राज्य में जहां भी विस्फोटक और पटाखे हैं, हम जांच कर रहे हैं. नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ हम कानूनी कार्रवाई करेंगे. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में त्रासदी न हो. पटाखे की दुकान में कुल 35 लोग काम कर रहे थे और बाहर न निकल पाने के कारण 14 लोगों की मौत हो गई. यह बहुत दुखद त्रासदी है.
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सभी शवों को अथिबेल के ऑक्सफोर्ड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रखा गया. घायल व्यक्तियों को बेंगलुरु के मदावला स्थित सेंट जॉन्सन अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायलों की पहचान 1) नवीन, 2)राजेश 3) वेंकटेश 4)संजय, 5) चंद्रू, 6)राजेश, 7) पॉल कबीर के रूप में हुई है.
तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने भी मुआवजे की घोषणा की: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने घोषणा की है कि आग हादसे में मरने वालों के परिवारों को 3-3 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 1-1 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे. मुख्यमंत्री सामान्य राहत कोष से यह धनराशि दी जाएगी. वहीं, सीएम एम.के. स्टालिन ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. इसके अलावा सीएम स्टालिन ने जानकारी दी है कि उन्होंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सक्करपानी और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मा. सुब्रमण्यम को दुर्घटना के संबंध में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया.