यमुनानगर: हरियाणा के कलेसर नेशनल पार्क में करीब 110 साल के बाद बंगाल टाइगर दिखा है. जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई. जिन्हें किसी ने अफवाह बताया तो किसी ने अन्य जगह का बताकर झुठला दिया लेकिन अब हरियाणा के वन मंत्री ने इसकी पुष्टि की है.
यमुनानगर में है कलेसर नेशनल पार्क- हरियाणा के यमुनानगर जिले के उत्तरी छोर पर स्थित कलेसर पार्क में 18 और 19 अप्रैल को टाइगर देखा गया. जंगल में लगे फ्लैश एंड क्लिक कैमरे ने बाघ की तस्वीरों को कैद किया है. वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कैमरे की फुटेज तलाशने के बाद पता लगा कि पहले 18 अप्रैल की रात करीब 11.45 बजे और फिर 19 अप्रैल की रात 2.46 बजे बाघ की तस्वीर कैमरे में कैद हुई. जिसकी जानकारी वन विभाग के आला अधिकारियों को दी गई थी. बताया जा रहा है कि 100 साल से अधिक वक्त के बाद इस इलाके में टाइगर देखा गया है.
वन मंत्री ने भी तस्वीरें शेयर की- बाघ की दो तस्वीरें हरियाणा के वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सोशल मीडिया पर शेयर की हैं. वन मंत्री ने लिखा की 'हरियाणा के कलेसर नेशनल पार्क में साल 1913 के बाद अप्रैल 2023 में राष्ट्रीय पशु बाघ दिखना पूरे प्रदेश के लिए गौरव का विषय है. वन एवं वन्य जीव प्राकृतिक धरोहर हैं, हम सबको इनके संरक्षण के लिए अवश्य कार्य करना चाहिए'.
- " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">
इससे पहले सोशल मीडिया पर बाघ की ये दोनों तस्वीरें वायरल हुई इन तस्वीरों को कुछ लोगों ने अफवाह बताया तो कुछ लोगों ने इन्हें किसी दूसरे प्रदेश का बताया था. लेकिन वन मंत्री ने इसकी पुष्टि की है. मीडिया से बातचीत के दौरान भी कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि प्राकृतिक रूप में वन्य जीवों का संरक्षण होना चाहिए और इतने सालों बाद कलेसर नेशनल पार्क में बाघ का दिखना बहुत अच्छा संकेत है. उन्होंने कहा कि इस इलाके में पिछले 20-25 सालों में हाथियों का आना भी शुरू हुआ है और अब बाघ भी दिखा है तो ये पर्यटन की दृष्टि से भी अच्छा संकेत है.
गौरतलब है कि यमुनानगर का कलेसर नेशनल पार्क उत्तराखंड और हिमाचल की सीमा पर स्थित है. जहां एकतरफ राजाजी नेशनल पार्क है और दूसरी तरफ हिमाचल के जंगल हैं. तीनों राज्यों की सीमा मिलने से इस इलाके में जंगली जानवर आते रहते हैं. लेकिन 100 साल के बाद बाघ का देखा जाना बड़ी बात है. हालांकि इसके साथ ही इलाके के लोग डरे भी हुए हैं. बता दें कि कोरोना संक्रमण के बाद से कलेसर नेशनल पार्क में जंगल सफारी बंद कर दी गई थी.
ये भी पढें: पिपली चिड़ियाघर में शेरनी ने 3 शावकों को दिया जन्म, तीनों पूरी तरह से स्वस्थ