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अलग-अलग सुर में बोलने वाले साथ आएंगे क्योंकि लक्ष्य है भाजपा को हराना : थरूर - goal is to defeat BJP

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Congress leader Shashi Tharoor) ने अपनी किताब 'प्राइड, प्रेजुडिस एंड पंडित्री' के विमोचन के दौरान आरोप लगाया कि वर्तमान में देश में स्वतंत्र आवाजों का गला घोंटा जा रहा है.

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Published : Dec 19, 2021, 9:49 AM IST

कोलकाता : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Congress leader Shashi Tharoor) ने शनिवार को विश्वास जताया कि कांग्रेस (Congress) के खिलाफ बोलने वाले विपक्षी दल एक साथ आएंगे, क्योंकि उन सबका लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party-BJP) को हराने का है. पूर्व केंद्रीय मंत्री थरूर ने सुशासन सप्ताह मनाने के केंद्र के फैसले पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance-NDA) सरकार का मजाक उड़ाया और कहा कि सुशासन का सार पिछले सात वर्षों से गायब है, क्योंकि नारों और प्रतीकवाद की राजनीति ने सुशासन की जगह ले ली है.

थरूर ने अपनी किताब 'प्राइड, प्रेजुडिस एंड पंडित्री' के विमोचन के दौरान आरोप लगाया कि वर्तमान में देश में स्वतंत्र आवाजों का गला घोंटा जा रहा है.

पढ़ें : लोकसभा में एक टिप्पणी को लेकर थरूर और दुबे के बीच वार-पलटवार

उन्होंने कहा कि राजनीति में एक सप्ताह भी बहुत लंबा समय होता है. अगले लोकसभा चुनाव (Assembly Election-2022) के लिए अब भी ढाई साल बाकी हैं. हमें उम्मीद है कि जो लोग अलग-अलग सुर में बोल रहे हैं, वे भाजपा को हराने के लिए एक साथ आएंगे. लक्ष्य न केवल भाजपा को बल्कि उसकी नीतियों और राजनीति को भी हराना है.

हालिया दिनों में तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress-TMC) सहित कई विपक्षी दलों ने भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ने में विफल रहने के लिए कांग्रेस पर हमला किया है.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Congress leader Shashi Tharoor) ने शनिवार को विश्वास जताया कि कांग्रेस (Congress) के खिलाफ बोलने वाले विपक्षी दल एक साथ आएंगे, क्योंकि उन सबका लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party-BJP) को हराने का है. पूर्व केंद्रीय मंत्री थरूर ने सुशासन सप्ताह मनाने के केंद्र के फैसले पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance-NDA) सरकार का मजाक उड़ाया और कहा कि सुशासन का सार पिछले सात वर्षों से गायब है, क्योंकि नारों और प्रतीकवाद की राजनीति ने सुशासन की जगह ले ली है.

थरूर ने अपनी किताब 'प्राइड, प्रेजुडिस एंड पंडित्री' के विमोचन के दौरान आरोप लगाया कि वर्तमान में देश में स्वतंत्र आवाजों का गला घोंटा जा रहा है.

पढ़ें : लोकसभा में एक टिप्पणी को लेकर थरूर और दुबे के बीच वार-पलटवार

उन्होंने कहा कि राजनीति में एक सप्ताह भी बहुत लंबा समय होता है. अगले लोकसभा चुनाव (Assembly Election-2022) के लिए अब भी ढाई साल बाकी हैं. हमें उम्मीद है कि जो लोग अलग-अलग सुर में बोल रहे हैं, वे भाजपा को हराने के लिए एक साथ आएंगे. लक्ष्य न केवल भाजपा को बल्कि उसकी नीतियों और राजनीति को भी हराना है.

हालिया दिनों में तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress-TMC) सहित कई विपक्षी दलों ने भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ने में विफल रहने के लिए कांग्रेस पर हमला किया है.

(पीटीआई-भाषा)

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