हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर चुनाव आयोग ने एक बड़ा फैसला लिया है. चुनाव आयोग विशेष रूप से उन निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जहां अधिक राशि खर्च होने की संभावना है. चुनाव आयोग ऐसे निवार्चन क्षेत्रों की पहचान के लिए विशेष टीमें पहले से गठित कर चुका है. अनुमान लगाया गया है कि रंगारेड्डी, मेडचल, नलगोंडा और खम्मम जिलों के कई निर्वाचन क्षेत्रों में भारी मात्रा में धन खर्च होने की संभावना है. वहीं, जिन निवार्चन क्षेत्रों में अधिक खर्च होने की संभावना है उन्हें संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र भी माना जाएगा.
केंद्रीय चुनाव आयोग आगामी विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर सतर्कता बरत रहा है क्योंकि 2018 के चुनावों के दौरान कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों ने भारी मात्रा में पैसे खर्च किए थे. जैसे-जैसे मतदान नजदीक आया, अधिकारियों ने भारी मात्रा में नकदी, शराब और अन्य सामान जब्त किए थे. पिछले उपचुनावों में भारी मात्रा में पैसा खर्च होने पर पूरे देश में बहस छिड़ गई थी. इस मामले में चुनाव आयोग ने भी विशेष तौर पर उम्मादवारों से पूछताछ की थी. ऐसे में उन विधानसभा क्षेत्रों पर इस बार खास नजर रखी जा रही है.
बता दें, जिन क्षेत्रों में पैसे अत्यधिक खर्च होने की संभावना है, वहां जिलेवार राजस्व की टीमों को पहले ही गठित किया जा चुका है. केंद्र और राज्य सरकारों के तहत लगभग 20 प्रवर्तन एजेंसियों को तैनात किया गया है. बताया जा रहा है कि बैंकों से बड़ी मात्रा में कैश निकालने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है. अधिकारी उन निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान करने पर काम कर रहे हैं, जहां पिछले चुनावों में बहुत अधिक पैसा खर्च हुआ है और उन सीटों पर जहां आगामी चुनावों में अधिक पैसा खर्च होने की संभावना है. उम्मीद की जा रही है कि इस बार रंगारेड्डी, मेडचल, नलगोंडा और खम्म के कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में बहुत पैसा खर्च किया जा सकता है.