संगरूर: मुख्यमंत्री भगवंत मान का शहर धरनों का गढ़ बनता जा रहा है. पंजाब के संगरूर में रविवार को 8,736 शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना दिया. शिक्षक लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, क्योंकि उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए गए और उन्हें टरकाया जा रहा है. लेकिन अब जब कोई भी वर्ग सरकार के खिलाफ धरना देता है, तो सरकार लाठी तंत्र का प्रयोग करने लगी है.
रविवार को भी संगरूर से ऐसी ही तस्वीरें देखने को मिली हैं, जिसे देखकर शिक्षक और भी नाराज हो गए हैं. प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सरकार ने उन्हें यह बात स्पष्ट करने का वादा किया था, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि इसकी पुष्टि होना तो दूर, हमारी सैलरी बढ़ाकर लॉलीपॉप दे दिया गया है.
प्रदर्शनकारी शिक्षकों का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ झड़प हुई है. इस प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों में इस बात को लेकर भी गुस्सा रहा कि उनका एक साथी शिक्षक 83 दिनों से पानी की टंकी पर चढ़ा हुआ है, लेकिन अभी तक उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई है. प्रदर्शनकारी शिक्षकों का कहना है कि सराकर ने हमें धोखा दिया है. बार-बार सरकार बैठक के लिए समय देती है और बैठक से ही भाग जाती है.
शिक्षकों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब हमें सरकार पर रत्ती भर भी भरोसा नहीं रह गया है, क्योंकि सरकार बार-बार बैठक करने की बात करती है, लेकिन न तो बैठक होती है और न ही बैठक में कोई समाधान निकलता है. उन्होंने कहा कि सभी ने हमसे वादाखिलाफी की है, लेकिन दूसरी ओर कहा जा रहा है कि शिक्षकों का स्थायीकरण कर दिया गया, जो सरासर गलत है.