नरसीपट्टनम : आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के नेता अय्याना पत्रुडू और उनके बेटे राजेश को गुरुवार तड़के उनके घर में एक दीवार के निर्माण के संबंध में उच्च न्यायालय में कथित रूप से जाली दस्तावेज बनाने के आरोप में उनके आवास से गिरफ्तार किया गया. दोनों नेताओं को अपराध जांच विभाग (सीआईडी) पुलिस ने आज पहले गिरफ्तार किया और एलुरु जिले ले जाया गया. बताया जा रहा है कि सीआईडी ने सिंचाई अधिकारियों की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. उनका आरोप है कि दोनों ने रावणपल्ली सिंचाई नहर पर कब्जा कर लिया था और घर का निर्माण किया था.
टीडीएस प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी नेता अय्याना पत्रुडू और उनके बेटे राजेश की गिरफ्तारी की निंदा की. इसके साथ ही उन्होंने उनकी बिना शर्त रिहाई की मांग की है. उन्होंने कहा, 'पत्रुडू को विभिन्न प्रकार के उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है. गिरफ्तारी पिछड़े वर्ग की आवाज दबाने के लिए है.' वहीं, अय्यना की पत्नी पद्मावती ने बिना पूर्व सूचना के अय्यना पत्रुडू और राजेश को गिरफ्तार करने के लिए सरकार की आलोचना की है. उन्होंने सरकार से मांग की कि अय्याना पतरुडू की जिंदगी की पूरी जिम्मेदारी ली जाए.
तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने ट्विटर पर अय्याना की गिरफ्तारी का वीडियो साझा किया और गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे पिछड़े वर्ग के नेताओं की आवाज को दबाने का प्रयास बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि रेड्डी सरकार सत्ता में आने के बाद से अय्याना के परिवार के पीछे पड़ गई है. उन्होंने ट्वीट किया, "सरकार सत्ता में आने के बाद से अय्याना के परिवार के पीछे पड़ी है.10 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं. चिंताकायाला विजय के मामले में, सीआईडी की प्रक्रियाएं गलत होने के बावजूद पुलिस की जांच नहीं बदली गई." नायडू ने कहा, "क्या राज्य में कभी ऐसी स्थितियां बनी हैं, जहां पुलिस ने चोरों की तरह घरों में छापा मारा और गिरफ्तारियां कीं? अय्यना की गिरफ्तारी पिछड़े वर्ग के नेताओं की आवाज दबाने के लिए है, जो वाईसीपी द्वारा उत्तर आंधरा के शोषण के बारे में सवाल कर रहे हैं."
अय्याना की गिरफ्तारी के विरोध में तेलुगु देशम पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नरसीपट्टनम बंद का आह्वान किया है. गिरफ्तार तेदेपा नेता और उनके बेटे को बाद में एलुरु की एक अदालत में पेश किया जाएगा.
(एएनआई)