अमरावती : आंध्र प्रदेश के नरसीपट्टनम शहर में नगर निगम के अधिकारियों ने राज्य के पूर्व मंत्री और टीडीपी के वरिष्ठ नेता अय्याना पत्रुडु के घर की बाउंड्रीवॉल को ध्वस्त कर दिया. पूर्व मंत्री के परिवार के सदस्यों के विरोध के बीच पूर्व मंत्री के आवास के आसपास पुलिस बल तैनात किए जाने से तनाव व्याप्त हो गया.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, नगर निगम के कर्मचारियों के अनुरोध पर एहतियात के तौर पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था जो विध्वंस को अंजाम दे रहे थे. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए नरसीपट्टनम में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पुलिस ने शहर में विभिन्न स्थानों पर बैरिकेड्स लगा दिए और वाहनों की चेकिंग कर रही थी.
विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी ) ने आरोप लगाया कि, अय्याना के समर्थकों और टीडीपी कार्यकतार्ओं को उनके आवास की ओर जाने से रोका जा रहा है. नगर निगम के कर्मचारियों ने आधी रात के करीब चारदीवारी को गिराना शुरू कर दिया.
ऑपरेशन के लिए जेसीबी को तैनात किए जाने से पहले इलाके में बिजली की आपूर्ति रोक दी गई थी. तोड़फोड़ की निगरानी के लिए नगर आयुक्त और राजस्व मंडल अधिकारी वहां डेरा डाले हुए थे. टीडीपी नेता के परिवार के सदस्य नगर निगम के अधिकारियों की कार्रवाई से नाराज हैं. उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया कि निर्माण अनधिकृत था. उनके बेटे राजेश ने दावा किया कि नगरपालिका अधिकारियों से सभी अनुमति प्राप्त करने के बाद निर्माण किया गया था.
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि, पतरुडु ने बगल की सिंचाई नहर पर अतिक्रमण कर मकान का एक हिस्सा बनाया था. नगर आयुक्त की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक दो फीसदी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है. टीडीपी पोलित ब्यूरो के सदस्य पत्रुडू मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी फरवरी में उन पर मुख्यमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के लिए मामला दर्ज किया गया था. टीडीपी ने पत्रुडू के घर को तोड़े जाने की निंदा की है. पार्टी महासचिव नारा लोकेश ने इसे जगन सरकार द्वारा प्रतिशोध की एक और कार्रवाई करार दिया.