चेन्नई: तमिलनाडु के चेन्नई शहर के पास अलंदुर के बगल में मदिपक्कम क्षेत्र में अर्धनारीश्वर मंदिर में पूजा का महौल उस समय मातम में बदल गया जब एक कुंड में डूबने से पांच लोगों की मौत हो गई. कूंड में डूब कर जान गंवाने वाले पीड़ितों की पहचान नंगनल्लूर के सूर्या (24), पानेश (20) और राघवन (18), मदिपक्कम के राघवन (22), किलिकट्टलाई के योगेश्वरन (23) के रूप में हुई है. मुख्यमंत्री स्टालिन ने एक घोषणा में कहा कि "चेंगलपट्टू जिले में मंदिर उत्सव के दौरान डूबने वालों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी".
जानकारी के मुताबिक मदिपक्कम क्षेत्र में अर्धनारीश्वर मंदिर में पंगुनी तीर्थवारी पूजा आयोजित की गई थी. जिसमें सुबह 20 लोगों ने धर्मराज स्वामी को एक-एक पालकी भेंट की. इस विधि के बाद पालकी के साथ जुलूस निकाला गया. जुलूस के वापस मंदिर आने के बाद सभी 20 पालकियों को मुवरसम्पतु इलाके में मंदिर के कुंड में विसर्जित कर दिया गया. सभी पालकियां कुंड में डूब गई. जब पालकियों को विसर्जित किया जा रहा था तभी पांच और लोग कुंड में उतरे.
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देखते ही देखते वे लोग कुंड में डूब गये. काफी देर इंतजार करने के बाद आसपास के लोग घबराने लगे. लोगों ने कुंड में उतर कर पांचों की तलाश शुरू की. काफी कोशिश के बाद भी उन्हें किसी का भी पता नहीं चल सका. इसके बाद लोगों ने गुइंडी और वेलाचेरी के अग्निशमन विभाग को सूचित किया. सूचना के आधार पर दमकल विभाग के कर्मचारी मौका-ए-वारदात पर पहुंचे. उन्होंने कुंड में गोता लगाकर पांचों लापता लोगों की तलाश शुरू की.
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थोड़ी देर की तलाश के बाद दमकल विभाग के गोताखोरों को पांचों लोगों की कुंड के तल पर दिखा. जिसे उन्होंने कुंड के बाहर निकाला. पांचों की मौत कुंड में ही हो चुकी थी. पुलिस को घटना की सूचना दी गई. मौके पर पहुंच कर पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में ले लिया. पंचनामा करने के बाद सभी लाशों को पजावंतंगल पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए क्रोमपेट के सरकारी अस्पताल भेज दिया. मौत के कारण का पता लगाने के लिए पुलिस पोस्टमार्टम का इंतजार कर रही है. इसके अलावा पुलिस ने घटना के समय मौके पर मौजूद लोगों और पीड़ितों के परिवार वालों से भी पूछताछ की है.
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