शिमला : स्विटजरलैंड के राजदूत डॉ. राल्फ हेकनर ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि स्विटजरलैंड भारत में 12वां सबसे बड़ा निवेशक है और यहां 300 से अधिक स्विस कंपनियां कार्य कर रही हैं. इसके अलावा स्विट्जरलैंड में 100 भारतीय कंपनियां भी काम कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन, आतिथ्य, स्वास्थ्य, यांत्रिक उपकरणों और संबद्ध क्षेत्रों में निवेश के लिए एक आदर्श स्थान है. राज्य की समान जलवायु परिस्थितियों से स्विट्जरलैंड के उद्यमियों को यहां और प्रोत्साहन प्राप्त होगा.
बातचीत में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में निवेश करने के इच्छुक उद्यमियों को सुविधा प्रदान करने के लिए कई पहल की हैं. उन्होंने कहा कि राज्य ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं और व्यापार में सुगमता के लिए भी कई बहुआयामी प्रयास किए हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में संभावित उद्यमियों के लिए बेहतरीन पारिस्थितिकी तंत्र और निवेशक अनुकूल वातावरण उपलब्ध है. प्रदेश सरकार उद्यमियों की सुविधा के लिए आधारभूत ढांचे को विकसित करने पर भी निवेश कर रही है.
आम जनता को बेहतर हवाई संपर्क सुविधा प्राप्त होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र से मंडी में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के लिए आग्रह किया है, जिससे निवेशकों, पर्यटकों और आम जनता को बेहतर हवाई संपर्क सुविधा प्राप्त होगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पन विद्युत ऊर्जा के क्षेत्र में भी विदेशी निवेश आकर्षित करने की अपार क्षमता है.
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उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 27,000 मेगावाट पन विद्युत ऊर्जा क्षमता चिन्हित की गई है, जिसमें से 10,700 मेगावाट से अधिक का दोहन किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार अगले कुछ वर्षों में अन्य 10,000 मेगावाट के दोहन के लिए प्रयास कर रही है.