नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से अपनी कार्यवाही का लाइव ट्रांसक्रिप्शन शुरू किया. महाराष्ट्र राजनीतिक संकट मामले की सुनवाई कर रही संविधान पीठ के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश, डीवाई चंद्रचूड़ के कोर्ट रूम में आज इसे प्रायोगिक आधार पर लॉन्च किया गया.
मंगलवार को मामलों का उल्लेख पूरा होने के बाद और संविधान पीठ महाराष्ट्र राजनीतिक संकट मामले की सुनवाई शुरू करने के लिए बैठी. इस दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने अदालत में घोषणा करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट आज लाइव ट्रांसक्रिप्शन की कोशिश कर रहा है और देखेगा कि यह कैसे काम करता है. उन्होंने कहा कि यह एक प्रयोग है और इससे अधिवक्ताओं के साथ-साथ लॉ कॉलेजों को भी मदद मिलेगी.
सीजेआई ने कहा हम केवल लाइव ट्रांसक्रिप्ट की संभावनाओं का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. यह एक प्रयोग है. उन्होंने कहा कि अब हमारे पास तर्कों का एक स्थायी रिकॉर्ड होगा. बेशक, यह जजों और वकीलों की मदद करेगा. इसके साथ ही लॉ कॉलेज भी उसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
अधिवक्ताओं द्वारा की गई मौखिक दलीलों की प्रतिलिपि अब शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी. इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने इस पहल को सराहा है और 'मील का पत्थर' बताया.
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आपको बता दें कि सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह ने भी सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर कोर्ट की कार्यवाही के ट्रांसक्रिप्शन की मांग की थी. CJI चंद्रचूड़ ने तब कहा था कि अदालत उनकी याचिका पर विचार करेगी. उन्होंने कहा था कि वे वाद सूची पर लाइव स्ट्रीमिंग के लिंक देने, राष्ट्रीय महत्व के मामलों की लाइव स्ट्रीमिंग के प्रावधान और अदालती कार्यवाही तक पहुंच के लिए ऑडियो ट्रांसक्रिप्ट देने पर विचार करेंगे.