अलवर. राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थर फेंकने का एक और मामला सामने आया है. सोमवार को अलवर जिले के मालाखेड़ा और महवा स्टेशन के बीच पत्थर फेंकने की यह घटना हुई. इस क्षेत्र में यह दूसरी घटना थी. वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंकने की घटनाओं को देखते हुए रेलवे ने जगह-जगह पर आरपीएफ तैनात किए हैं. साथ ही दोषी पाए जाने पर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. संदिग्ध लोगों पर भी विशेष निगरानी की जाएगी.
देशभर में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. दिल्ली-अजमेर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन के बाद अब तक 13 बार शीशे तोड़ने और पत्थरबाजी की घटनाएं हो चुकी हैं. सोमवार को मालाखेड़ा से महवा स्टेशन के बीच कोच नंबर C7 की सीट नंबर 30, 31 और 32 के पास असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की. इससे कांच में दरार आ गई. हालांकि इस दौरान ट्रेन में बैठे यात्रियों को कोई चोट नहीं आई. यात्रियों ने मामले की सूचना रेलवे स्टाफ को दी. उन्होंने तुरंत आरपीएफ और अन्य रेलवे अधिकारियों को घटना से अवगत कराया.
5 साल तक की हो सकती है सजा : रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी शशिकिरण ने बताया कि अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है. इस दौरान रेलवे की तरफ से सख्त कार्रवाई की जाएगी. पत्थरबाजी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए रेलवे ने सख्त कानून भी बनाए हैं. उन्होंने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थर फेंकने वालों को 5 साल की जेल की सजा हो सकती है. देशभर में वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी करने के मामले में आरपीएफ ने अब तक 39 लोगों को गिरफ्तार किया है. रेलवे की तरफ से ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनको कठोर सजा देने का भी प्रयास किया जा रहा है, जिससे पत्थरबाजी की घटनाओं पर लगाम लग सके.