नई दिल्ली : दीप सिद्धू को लेकर शिरोमणि अकाली दल के दो नेता आमने-सामने आ गए हैं. अकाली दल के दो नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और डीएसजीएमसी (दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा एक ही मुद्दे पर दो अलग-अलग बयान दे रहे हैं.
सिरसा ने सिद्धू का समर्थन किया
सोमवार को मनजिंदर सिंह सिरसा ने सिद्धू के समर्थन में ट्वीट करते हुए कहा कि कई लोगों ने मुझे दीप सिद्धू के बारे में पूछा. मैं आप सभी को अपडेट करना चाहता हूं कि जिस दिन उसे रिमांड पर लिया गया था. उसके साथ मैंने एक टेलीफोनिक बात की थी. वह पूरी तरह से ठीक है, स्वास्थ्य के लिहाज से भी ठीक है. मैंने उसे आश्वासन दिया है कि DSGMC उसे सभी कानूनी सहायता प्रदान करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि वह जल्द ही जेल से बाहर आ जाए.
इससे संबंधित जानकारी को साझा करते हुए सिरसा ने एक वीडियो भी जारी किया था.
बिक्रम सिंह मजीठिया का इंकार
मंगलवार को जब पत्रकारों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से सिरसा के बयान के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल शांतिपूर्ण विरोध के साथ है और हम ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ नहीं हैं, जो शांति को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा और तोड़फोड़ करेगा, हम किसी भी तरह से उसका समर्थन नहीं करेंगे.
सिरसा के बयान के बारे में बार-बार पूछे जाने पर मजीठिया ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
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आप एक दीप सिद्धू के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन उसके साथ उन 150 लोगों के खिलाफ यूएपीए के तहत आरोप लगाया जा रहा है, हम उनके केस भी लड़ रहे हैं, जहां कोई भी अन्याय का सामना करेगा, हम उसका मुकदमा लड़ेंगे.