हैदराबाद: तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (TSPSC) परीक्षा के पेपर लीक की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) ने मामले में कई और लोगों के शामिल होने की आशंका जताई है. बता दें कि एसआईटी की एक रिपोर्ट के बाद ग्रुप-1 की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कर दिया गया था. सूत्रों के मुताबिक एसआईटी जांच के बाद आयोग ने सात में से चार परीक्षाओं को रद्द कर दिया था. वहीं नेटवर्क विशेषज्ञ और टीएसपीएससी के संविदा कर्मचारी आरोपी राजशेखर रेड्डी ने धोखाधड़ी करने के उद्देश्य से एक आईपी पता दिया था.
जांच के दौरान इस बात के भी सबूत मिल चुके हैं कि एई (सहायक सिविल इंजीनियर) और टाउन प्लानिंग बिल्डिंग ओवरसियर की परीक्षा के पेपर लीक हो चुके हैं. पुलिस ने इसी क्रम में आरोपी प्रवीण और राजशेखर से प्रश्न पत्र भी कब्जे में ले लिए हैं. सूत्रों ने आगे कहा कि जांच में पता चला कि मुख्य आरोपी प्रवीण के मोबाइल फोन में कई युवतियों की नग्न तस्वीरें भी मिलीं हैं. वहीं प्रवीण ने एई प्रश्नपत्र लीक करने की बात स्वीकार की है. प्रवीण ने हालांकि यह नहीं बताया कि इस संबंध में किसी ने उनकी मदद की या नहीं. बताया जाता है कि अपनी विनम्रता के चलते प्रवीण ने अपने वरिष्ठों के बीच में अपनी जगह बना ली थी.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रवीण ने एई सिविल प्रश्न पत्र डाउनलोड करने के लिए नई तकनीक का प्रयोग किया था. लेकिन आयोग की शिकायत के बाद मामले से पर्दा उठ सका. इतना ही प्रवीण ने चुपके से यूजर आईडी, आईपी एड्रेस और पासवर्ड हासिल कर लिया था. साथ ही एई जांच के कुछ दिन पहले ही पीसी को एक गतिशील आईपी पते के बजाय एक स्थिर आईपी बना दी थी.
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