श्रीनगर: राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने एसआईए में दर्ज आतंकवाद से संबंधित एक मामले की जांच के तहत मंगलवार सुबह मध्य, उत्तर और दक्षिण कश्मीर के हिस्सों में कई स्थानों पर छापेमारी की. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसी ने स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ की सहायता से पांच स्थानों पर छापेमारी की.
बताया जा रहा है कि 'नार्को टेररिज्म' को रोकने के लिए राज्य जांच एजेंसी ने बारामूला, अनंतनाग, पुलवामा, बडगाम और सोपोर जिलों में छापेमारी की गई. जांच एजेंसी अनंतनाग में हरदू अकड़ निवासी गुल मोहम्मद के पुत्र ओवैस गुल के आवास की भी तलाशी ली गई. बताया जा रहा है कि एसआईए कश्मीर में दर्ज 2022 की प्राथमिकी संख्या 19 के तहत यह तलाशी अभियान किया गया. हालांकि इस मामले पुलिस की ओर से अधिक जानकारी साझा नहीं की गई है.
कश्मीर के विभिन्न जिलों में नार्को टेरर संदिग्धों के लगभग 04 परिसरों की तलाशी ली गई, जिनमें अब्दुल रशीद भट निवासी पदगामपोरा, दानिश फारूक निवासी नसरुल्लापोरा, बडगाम, अब्दुल रशीद मीर निवासी अमरगढ़, सोपोर और ओवैस गुल भट निवासी हरदू अकड़ अनंतनाग का आवासीय स्थल शामिल है. इस तलाशी अभियान लिए माननीय न्यायालय से सर्च वारंट प्राप्त किया गया था. जांच के दौरान यह पता चला है कि अब तक एक नार्को-टेरर मॉड्यूल का पता चला है, जो सेंट्रल जेल श्रीनगर स्थित हैंडलर्स के साथ सीमा पार प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों द्वारा संचालित किया जा रहा था.
अब तक की जांच से पता चला है कि सिंडिकेट पाकिस्तान से करोड़ों रुपये मूल्य के लगभग 24 किलोग्राम नारकोटिक्स की तस्करी करने में सफल रहा था. मानव कूरियर के माध्यम से इसे विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया, इसे विभिन्न स्थानों पर डीलरों को बेच दिया गया, बिक्री आय एकत्र की गई, और आतंकवादी गतिविधियों के समर्थन और पोषण के लिए प्रतिबंधित गतिविधियों के लिए आय का एक बड़ा हिस्सा इस्तेमाल किया गया.