हासन (कर्नाटक) : हासन जिले के बेलूर तालुक के चौदानहल्ली गांव में बृहस्पतिवार की सुबह 30 से अधिक बंदरों के मारे जाने की घटना से हड़कंप मच गया. बताया जाता है कि बंदरों को जहर देने के बाद पीटे जाने से उनकी मौत हो गई. वहीं घटना में 20 बंदर घायल मिले. स्थानीय लोगों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. मृत बंदरों के पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में जहर देने की बात सामने आई है.
हालांकि स्थानीय लोगों द्वारा घायल बंदरों की देखभाल किए जाने से दो बंदरों को छोड़कर 18 बंदर ठीक होकर चले गए. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बंदरों को जहर देकर पीटा गया था. लोगों का कहना है कि बदमाशों ने बंदरों को बोरियों में भरकर चौडेनहल्ली के पास सकलेशपुर बेगुर चौराहे पर फेंक दिया था. स्थानीय युवकों ने सड़क किनारे पड़े बोरे को खोलकर देखा तो घटना के बारे में पता चला. एक साथ इतनी संख्या में बंदरों की लाश देखकर लोग सहम गए.
इस दौरान कुछ बंदर घायल अवस्था में थे जो हिल डुल पाने में असमर्थ थे. स्थानीय लोगों ने बंदरों को पानी पिलाया और पशु चिकित्सक द्वारा उनकी जान बचाने की कोशिश की. घायलों में गंभीर रूप से घायल दो बंदरों का पशु चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है और दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. वहीं घटना को लेकर सहायक वन संरक्षक, बेलूर वन परिक्षेत्र प्रभु ने घटनास्थल का दौरा किया. वहीं मामले की जांच रेंज वनाधिकारी यशमा मचाम्मा व वनपाल डी. गुरुराज कर रहे हैं.
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आशंका है कि बंदरों को अलग जगह से लाकर रात करीब 10 बजे यहां फेंक दिया गया था. बंदरों के शरीर हरे रंग में बदल गए हैं और ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि उन्हें जहर दिया गया है. वन अधिकारियों ने सभी रीति-रिवाजों का पालन करते हुए मृत बंदरों का अंतिम संस्कार किया.
आशंका जताई जा रही है कि बंदरों ने खेत में लगी फसल को तबाह कर दिया था, इसलिए इनको मार डाला गया हो. फिलहाल वन विभाग घटना की जांच कर रहा है.