शिरडी: महाराष्ट्र के प्रसिद्ध शिरडी साईं बाबा मंदिर में यूं तो हमेशा ही देशभर से भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन गुरु पूर्णिमा के अवसर पर यहां होने वाले तीन दिवसीय उत्सव की बात ही निराली है. इस बार गुरु पूर्णिमा पर देश विदेश से आए करीब तीन लाख से ज्यादा भक्तों ने यहां शीश नवाया. साथ ही साईं मंदिर में कुल 5 करोड़ 12 लाख 408 रुपये दान किए गए. इसमें 19 लाख 80 हजार 94 रुपये की विदेशी मुद्रा भी शामिल है जो 12 देशों के भक्तों ने दान की. यह जानकारी श्री साईं बाबा संस्थान की ओर से दी गई.
गुरु पूर्णिमा उत्सव की शुरुआत: शिरडी साईं बाबा मंदिर में गुरु पूर्णिमा उत्सव की शुरुआत 1908 में हुई थी. तब से यहां गुरु पूर्णिमा के दिन साईं बाबा का आशीर्वाद पाने के लिए बड़ी संख्या में भक्त जुटते हैं. वहीं कुछ भक्त उन्हें गुरु के रूप में भी पूजते हैं. परंपरानुसार, यह उत्सव यहां तीन दिनों तक मनाया जाता है. वहीं गुरु पूर्णिमा के एक दिन पहले रात में साईं बाबा की तस्वीर, पोथी और वीणा, ढोल नगाड़ों के बीच जुलूस में मंदिर के बाहर लाई जाती है, जिसके बाद यहां द्वारकामाई में साईं चरित्र का पाठ किया जाता है.
बता दें कि मंदिर में आने वाले चढ़ावे से संस्थान की ओर से स्कूल, भक्ति निवास (यहां आने वाले भक्तों के लिए ठहरने का स्थान) एवं दो उच्च गुणवत्ता वाले अस्पताल भी संचालित किए जाते हैं. इतना ही नहीं, यहां सौर ऊर्जा से चलाया जाने वाला एशिया का सबसे बड़ा प्रसादालय भी संचालित किया जाता है जिसमें रोज लगभग 50 हजार लोगों को प्रसाद वितरण किया जाता है. साथ ही सामाजिक पहल के तौर पर संस्थान द्वारा सिर्फ 'सवा रुपये' (1 और 25 पैसे) में शादी कराने की सुविधा भी दी है. गरीब परिवारों के लड़के और लड़कियों के लिए एक बड़ी मदद है.
यह भी पढ़ें- तिरुपति बालाजी मंदिर में दूसरी बार ₹ 6 करोड़ से अधिक का दान