नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में शुरू की गई विकास पहलों के साथ-साथ वहां की सुरक्षा स्थिति की शुक्रवार को समीक्षा की. शाह ने जम्मू-कश्मीर में तैनात सभी सुरक्षा एजेंसियों को सीमा पार से घुसपैठ रोकना सुनिश्चित करने और आतंकवाद को खत्म करने के लिए सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने का निर्देश दिया.
समीक्षा बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे और केंद्र सरकार तथा केंद्रशासित प्रदेश प्रशासन के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार गृह मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा सहित जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि शाह ने केंद्रशासित प्रदेश में शुरू की गई विकास पहलों में हुई प्रगति का भी जायजा लिया.
शाह ने सुरक्षा एजेंसियों के प्रयासों की भी सराहना की, जिसके कारण पिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में कमी आई है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, आतंकी घटनाओं की संख्या 2018 में 417 से घटकर 2021 में 229 हो गई है. इसी तरह, 2021 में मारे गए सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी 2018 में 91 से घटकर 43 हो गई है.
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गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में अभी केंद्रीय शासन है. पांच अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को रद्द किये जाने के बाद तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था.