जम्मू-कश्मीर: जम्मू के नगरोटा की एक महिला, सीमा देवी, जम्मू में पहली महिला ई-रिक्शा चालक होने का दावा कर रही है. महिला का कहना है कि 'मेरे पति ने मुझे ई-रिक्शा चलाना सिखाया और आखिरकार मैं अपने परिवार का आर्थिक रूप से समर्थन कर सकती हूं. जब मैं दूसरी नौकरी ढूंढ रही थी, तो मुझे बताया गया कि महिलाएं काम नहीं करतीं.'
जम्मू की पहली महिला ई-रिक्शा चालक सीमा देवी ने ई-रिक्शा ऑटो चलाकर एक मिसाल कायम की है. जम्मू की पहली महिला ई-रिक्शा चालक सीमा देवी नगरोटा जम्मू की रहने वाली हैं. सीमा शादीशुदा है और उनका एक बेटा (15 साल) और 14 व 11 साल की दो बेटियां हैं. वह ई-रिक्शा चलाती हैं और ऐसा करने वाली जम्मू क्षेत्र की पहली महिला हैं, जिसके लिए उन्हें सोशल मीडिया पर काफी सराहना मिल रही है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए सीमा देवी ने कहा कि मेरे पति भी काम करते हैं, महंगाई की दर को देखते हुए मैंने भी अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए काम करने का फैसला किया. मैं ई-रिक्शा चलाती हूं. मेरे पसंद के पेशे के लिए मेरे परिवार के सदस्यों को बहुत ताने सुनने पड़े, लेकिन मेरे पति हमेशा मेरे साथ खड़े रहे. सीमा को लगता है कि कोई नौकरी छोटी नहीं होती है, महिलाओं को केवल कुछ नौकरियों तक सीमित रखने के विचार से वो सहमत नहीं हैं.
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उन्होंने कहा कि 'आज महिलाएं ट्रेन चलाती हैं, हवाई जहाज उड़ाती हैं, तो मैं ई-रिक्शा क्यों नहीं चला सकती.' उन्होंने कहा कि 'मैं 9वीं कक्षा में थी जब मेरे माता-पिता ने मेरी शादी कर दी थी. मुझे पढ़ने का शौक था, लेकिन मैं अपनी पढ़ाई नहीं कर सकी. अब मैं अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा देना चाहती हूं. बता दें कि दिसंबर 2020 को कठुआ की पूजा देवी नाम की एक महिला बस और ट्रक चलाने वाली जम्मू-कश्मीर की पहली महिला बनी थी.