यरुशलम : इजरायल और हमास संघर्ष के बीच 212 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के बाद, भारतीय नागरिकों के दूसरे जत्थे ने शुक्रवार शाम को उड़ान भरी. भारत ने सात अक्टूबर को गाजा से हमास के उग्रवादियों द्वारा इजरायल के शहरों पर किए गए हमलों के बाद घर लौटने के इच्छुक लोगों की वापसी के लिए गुरुवार को 'ऑपरेशन अजय' (Operation Ajay) शुरू किया.
भारतीय दूतावास ने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, 'दूतावास ने आज विशेष उड़ान के लिए पंजीकृत भारतीय नागरिकों को ईमेल किया है. अन्य पंजीकृत लोगों को बाद की उड़ानों के लिए संदेश भेजे जाएंगे.'
इज़रायल से भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए पहली विशेष उड़ान गुरुवार देर शाम बेन गुरियन हवाई अड्डे से 211 वयस्कों और एक शिशु को लेकर रवाना हुई और शुक्रवार सुबह दिल्ली पहुंची.
मिशन के डेटाबेस में सभी भारतीयों को पंजीकृत करने के लिए भारतीय दूतावास द्वारा शुरू किए गए अभियान के बाद यात्रियों को 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर चुना गया है और उनकी वापसी का खर्च सरकार उठा रही है.
इज़रायल में लगभग 18,000 भारतीय नागरिक रहते और काम करते हैं, जिनमें छात्र, आईटी पेशेवर और हीरा व्यापारी भी शामिल हैं. शनिवार को हमास लड़ाकों द्वारा सुरक्षा बाड़ को तोड़कर जमीन, हवा और समुद्र के रास्ते इजराइल में घुसने के बाद भारतीय नागरिकों को निकालने की जरूरत हुई.
हमास के हमले में इज़रायल में 1,300 से अधिक लोग मारे गए हैं जबकि इज़रायल के जवाबी हवाई हमलों में गाजा में 1,530 से अधिक लोग मारे गए हैं. इज़रायल ने दावा किया है कि इज़रायल के अंदर लगभग 1,500 हमास उग्रवादी मारे गए हैं.