मदुरै: तमिलनाडु के मदुरै मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों ने अंग्रेजी की जगह संस्कृत में शपथ ली. जिसकी वजह से डीन को हटा दिया गया है. इस मामले में राज्य में विवाद पैदा हो गया है. जिसके बाद तमिलनाडु सरकार ने रविवार को संस्थान के डीन का तबादला कर दिया और उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया.
मदुरै मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों का शनिवार (30 अप्रैल) को प्रवेश समारोह आयोजित किया गया. इसमें छात्रों को उनके सफेद कोट मंत्री पीटीआर पलानीवेल त्यागराजन द्वारा दिए गए. इसके बाद एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों ने अंग्रेजी शपथ के बजाय संस्कृत में शपथ ली. इस विवाद की कई पक्षों के लोगों ने निंदा की थी. इस बारे में पलानीवेल त्यागराजन ने कहा कि नई शपथ सुनकर मैं काफी हैरान था. मुझे हमेशा लगता था कि डॉक्टरों ने अंग्रेजी में शपथ ली है. वास्तव में मैं राजनेताओं को वही शपथ लेने की सलाह देता रहा हूं.
इसके बाद मंत्री सुब्रमण्यम ने कहा कि मैंने तिरुवल्लुर, नीलगिरी और कुछ अन्य कॉलेजों में शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया है. जहां छात्रों ने अंग्रेजी में हिप्पोक्रेटिक शपथ ली थी. तमिलनाडु में यही प्रथा है. किसी को भी इसे बदलने की अनुमति किसने दी. यह लंबे समय से चली आ रही परंपरा है. जिस भाषा का लोग उच्चारण करना भी नहीं जानते, उसका इस्तेमाल छात्रों द्वारा कैसे किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें- Tamilnadu: मदुरै में स्कूली छात्राओं के बीच बहस, फिर जमकर हुई मारपीट
चूंकि तमिलनाडु में भाषा संवेदनशील मुद्दा है, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया. स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने संस्थान के डीन ए रथिनवेल का तबादला कर दिया और उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया. माना जाता है कि डीन ने छात्रों के कैबिनेट सचिव को दोषी ठहराया है. फिलहाल इस घटना की जांच की जा रही है.