लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का नामांकन न करा पाने वाले 11 जिला अध्यक्षों को उनके पद से हटा दिया है. प्रदेश के 12 ऐसे जनपद हैं, जहां पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाए. ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हो गई.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुध नगर, मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही, गोंडा और ललितपुर के जिला अध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया. इसके अतिरिक्त गाजियाबाद जनपद में भी समाजवादी पार्टी का जिला अध्यक्ष नामांकन नहीं करा पाया. हालांकि अभी तक गाजियाबाद जिलाध्यक्ष पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इतने चुने गए थे सदस्य
2 माह पूर्व हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रदेश भर में 3050 सदस्य जिला पंचायत के चुने गए थे. जिसमें सपा के 747 थी जबकि, भारतीय जनता पार्टी के 666, बहुजन समाज पार्टी के 322, कांग्रेस के 77, आम आदमी पार्टी के 64 और 1174 प्रत्याशी निर्दलीय जीते थे. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव परिणाम आने के बाद समाजवादी पार्टी जहां गदगद थी, वहीं भारतीय जनता पार्टी लखनऊ से लेकर दिल्ली तक लगातार समीक्षा बैठक कर रही थी. समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में यह कहना शुरू भी शुरू कर दिया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की सत्ता से बाहर हो जाएगी. पंचायत चुनाव में प्रदेश की जनता ने जिस तरह से समाजवादी पार्टी के प्रति अपना प्रेम दिखाया है निश्चित रूप से आने वाले दिनों में इसका फायदा समाजवादी पार्टी को मिलेगा.
निर्विरोध चुने जाएंगे अखिलेश यादव के चचेरे भाई
24 सीटों वाले जिला पंचायत इटावा में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव अंशुल निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुने जाएंगे. 24 सीटों में से समाजवादी पार्टी को 17 सीटों पर विजय मिली है जबकि, 3 सीटों पर प्रगतिशील समाजपार्टी चुनाव जीती है. 1 सीट भाजपा, 1 सीट बसपा जबकि 2 सीटों पर निर्दलीय विजयी हुए हैं. ऐसे में इटावा से अभिषेक यादव का निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है.
गोरखपुर के मामले को लेकर अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र गोरखपुर जनपद में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को नामांकन से रोके जाने को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि जिस तरह से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को नामांकन करने से रोका जा रहा है. उससे हारी हुई भाजपा का चुनाव जीतने का नया प्रशासनिक हथकंडा पता चलता है. भाजपा जितने पंचायत अध्यक्ष बनाएगी जनता विधानसभा में उतनी भी सीट नहीं देगी.
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प्रदेश भर में 164 लोगों ने किया नामांकन
राज्य निर्वाचन आयोग आयुक्त मनोज कुमार ने देर रात बताया कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में 164 लोगों ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया, जिसमें से 5 आवेदन रिजेक्ट किए गए और 159 प्रत्याशी मैदान में हैं.