छतरपुर। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पिछले दो दिनों से मध्यप्रदेश दौरे पर हैं, ऐसे में शुक्रवार को उन्होंने छतरपुर जिले के अंतर्गत आने वाली राजनगर विधानसभा में एक आदिवासी गांव सिंगरों में आदिवासी के घर भोजन किया. इस दौरान अखिलेश यादव ने जमीन पर बैठ कर कड़ी चावल और बैगन का भर्ता खाया. अखिलेश का कहना है कि वे बहुत भूखे थे और उन्हें आदिवासी परिवार ने बहुत भाव से खाना खिलाया.
भूख लगी थी, अखिलेश ने पत्तल में खाया खाना: भोजन करने के बाद अखिलेश यादव एमपी सरकार पर जमकर बरसे पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि "एमपी में आदिवासी, दलित एवं महिलाओं की स्थिति बहुत खराब है, हम एक आदिवासी परिवार से मिलने आए और उनके घर भोजन किया. भूख बहुत तेज लगी थी इसलिए बहिन ने जो भी खिलाया, वह बहुत टेस्टी लगा. बता दें कि आदिवासी परिवार के घर अखिलेश यादव एवं उनके कई समर्थकों ने पत्तल में खाना खाया, इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि "हम जिसके घर आए हैं, उसके पास जो है जैसा है, वैसा सत्कार स्वीकार करना चाहिए."
परिवार नहीं जानता कौन है अखलेश यादव: आदिवासी परिवार का कहना है कि "हमें अखिलेश यादव को खाना खिलाकर बहुत अच्छा लगा, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि अखिलेश कौन है और कहां से आए थे." परिवार के मुखिया इंद्रपाल ने बताया कि "अखिलेश यादव ने हमारे यहां खाना खाया और हमारे परिवार से भी मिले. मेरी तीन बेटियां और एक बेटा है, अखिलेश यादव ने मेरी पत्नी कोमल से कहा है कि अपने बच्चों को खूब पढ़ाना."
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अखिलेश के एमपी दौरे से राजनैतिक सरगर्मी बढ़ीं: अखिलेश यादव के साथ पार्टी के कई बड़े नेता एवं विधायक भी छतरपुर में मौजूद रहे. बता दें कि अखिलेश यादव के दो दिनों के दौरे से मध्यप्रदेश में राजनैतिक सरगर्मी बढ़ गई हैं, अखिलेश यादव अपनी पार्टी के घोषित प्रत्यासियों के समर्थन में आम लोगों एवम कार्यकर्ताओं से मिल भी रहे हैं.