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यूक्रेन में फंसे हैं हजारों भारतीय छात्र, सरकार से एयरलिफ्ट कराने की मांग

रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनातनी (Russia Ukraine Conflict) के कारण यूक्रेन में रह रहे विदेशी अपने-अपने देश लौट रहे हैं. मगर वहां अभी भी हजारों भारतीय छात्र फंसे हैं. भारतीय छात्रों के परिवारवालों ने भी भारत सरकार से अपील की है कि यूक्रेन की हालत को देखते हुए उनके बच्चों को एयरलिफ्ट किया जाए.

Indian students in Ukrain
Indian students in Ukrain
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Published : Feb 17, 2022, 11:55 AM IST

नई दिल्ली : रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच युद्ध की आशंका के बीच तनाव अपने चरम पर है. दोनों देशों की सेनाएं एक महीने से अधिक समय से मोर्चे पर डटी हैं. बीते दिनों में रूस ने यूक्रेन की सीमा पर फौज की तादाद बढ़ा दी है. युद्ध के खतरे के बीच यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे हजारों भारतीय छात्र परेशान हैं. कीव में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों, विशेष रूप से ऐसे छात्रों को देश छोड़ने की सलाह दी है, मगर फ्लाइट की कमी और महंगे टिकट के कारण वे भारत नहीं लौट नहीं पा रहे हैं. छात्रों के परिवारों ने भी भारत सरकार से उनके बच्चों को एयरलिफ्ट करने की अपील की है.

20 हजार स्टूडेंट कर रहे हैं यूक्रेन में पढ़ाई

रिपोर्टस के मुताबिक, यूक्रेन में करीब 18 से 20 हजार भारतीय छात्र यूक्रेन में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. इनमें बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब समेत कई राज्यों के छात्र शामिल हैं. उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी सुभान अहमद भी यूक्रेन में मेडिसिन की पढ़ाई कर रहे हैं. उनके पिता जलीस अहमद ने बताया कि उनका बेटा उजहोरोड में नेशनल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. उसे घर में ही रहने की हिदायत दी गई है.

उनके बेटे के संपर्क में रामपुर के 20 और बरेली के 50 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं. कीव में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को भारतीय छात्रों से गैर जरूरी यात्रा से बचने और अस्थायी तौर से यूक्रेन छोड़ने का आग्रह किया था. मगर फ्लाइट संचालित करने वाली कंपनी टिकट के लिए मुंहमांगी रकम मांग रही है, जिसे देना संभव नहीं है. उन्होंने भारत सरकार से छात्रों को एयरलिफ्ट कराने की मांग की .

फ्लाइट का टिकट महंगा, मुंहमांगे पैसे मांग रहे हैं एजेंट

यूक्रेन में पढ़ रहे एक अन्य छात्र हर्ष ने अपने माता-पिता से फोन पर बात की. उसने बताया कि रूस के आक्रमण के खतरे को देखते हुए यूक्रेन में रह रहे विदेशी अपने-अपने देश लौट रहे हैं. फिलहाल वह भारतीय दूतावास के संपर्क में है. उसने बताया कि उसके कई साथियों ने पहले ही अपनी फ्लाइट बुक कर ली थीं, जो अब कैंसिल हो रही हैं. टिकट इतनी महंगी है कि उन्हें हम खरीद नहीं सकते हैं. भारत सरकार ने छात्रों से देश छोड़ने के लिए कहा है, ऐसे में सरकार उनकी सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करेगी?

  • Control Room established in Ministry of External Affairs in view of the prevailing situation in Ukraine; 24-hour helpline also established at Embassy of India in Ukraine, says the Ministry. pic.twitter.com/9k1JOA9nT5

    — ANI (@ANI) February 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विदेश मंत्रालय ने जारी किए टोल फ्री नंबर

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि यूक्रेन से भारतीय छात्रों को जल्द से जल्द वापस लाने का प्रयास किए जा रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने एक कंट्रोल रूम बनाया है. छात्र 1800118797 टोल फ्री नंबर और +91-11-23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। साथ ही छात्र +91-11-23088124 पर फैक्स या situationroom@mea.gov.in पर मेल भी कर सकते हैं.

पढ़ें : खतरे की घंटी : रूस ने यूक्रेन सीमा पर फौज की संख्या बढ़ाई, Tension में अमेरिका

नई दिल्ली : रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच युद्ध की आशंका के बीच तनाव अपने चरम पर है. दोनों देशों की सेनाएं एक महीने से अधिक समय से मोर्चे पर डटी हैं. बीते दिनों में रूस ने यूक्रेन की सीमा पर फौज की तादाद बढ़ा दी है. युद्ध के खतरे के बीच यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे हजारों भारतीय छात्र परेशान हैं. कीव में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों, विशेष रूप से ऐसे छात्रों को देश छोड़ने की सलाह दी है, मगर फ्लाइट की कमी और महंगे टिकट के कारण वे भारत नहीं लौट नहीं पा रहे हैं. छात्रों के परिवारों ने भी भारत सरकार से उनके बच्चों को एयरलिफ्ट करने की अपील की है.

20 हजार स्टूडेंट कर रहे हैं यूक्रेन में पढ़ाई

रिपोर्टस के मुताबिक, यूक्रेन में करीब 18 से 20 हजार भारतीय छात्र यूक्रेन में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. इनमें बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब समेत कई राज्यों के छात्र शामिल हैं. उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी सुभान अहमद भी यूक्रेन में मेडिसिन की पढ़ाई कर रहे हैं. उनके पिता जलीस अहमद ने बताया कि उनका बेटा उजहोरोड में नेशनल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. उसे घर में ही रहने की हिदायत दी गई है.

उनके बेटे के संपर्क में रामपुर के 20 और बरेली के 50 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं. कीव में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को भारतीय छात्रों से गैर जरूरी यात्रा से बचने और अस्थायी तौर से यूक्रेन छोड़ने का आग्रह किया था. मगर फ्लाइट संचालित करने वाली कंपनी टिकट के लिए मुंहमांगी रकम मांग रही है, जिसे देना संभव नहीं है. उन्होंने भारत सरकार से छात्रों को एयरलिफ्ट कराने की मांग की .

फ्लाइट का टिकट महंगा, मुंहमांगे पैसे मांग रहे हैं एजेंट

यूक्रेन में पढ़ रहे एक अन्य छात्र हर्ष ने अपने माता-पिता से फोन पर बात की. उसने बताया कि रूस के आक्रमण के खतरे को देखते हुए यूक्रेन में रह रहे विदेशी अपने-अपने देश लौट रहे हैं. फिलहाल वह भारतीय दूतावास के संपर्क में है. उसने बताया कि उसके कई साथियों ने पहले ही अपनी फ्लाइट बुक कर ली थीं, जो अब कैंसिल हो रही हैं. टिकट इतनी महंगी है कि उन्हें हम खरीद नहीं सकते हैं. भारत सरकार ने छात्रों से देश छोड़ने के लिए कहा है, ऐसे में सरकार उनकी सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करेगी?

  • Control Room established in Ministry of External Affairs in view of the prevailing situation in Ukraine; 24-hour helpline also established at Embassy of India in Ukraine, says the Ministry. pic.twitter.com/9k1JOA9nT5

    — ANI (@ANI) February 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विदेश मंत्रालय ने जारी किए टोल फ्री नंबर

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि यूक्रेन से भारतीय छात्रों को जल्द से जल्द वापस लाने का प्रयास किए जा रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने एक कंट्रोल रूम बनाया है. छात्र 1800118797 टोल फ्री नंबर और +91-11-23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। साथ ही छात्र +91-11-23088124 पर फैक्स या situationroom@mea.gov.in पर मेल भी कर सकते हैं.

पढ़ें : खतरे की घंटी : रूस ने यूक्रेन सीमा पर फौज की संख्या बढ़ाई, Tension में अमेरिका

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