चमोली : उत्तराखंड के चमोली जिले में रुद्रनाथ क्षेत्र में रेकी पर गई केदारनाथ वन प्रभाग की टीम के अनुसार, चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट टूटे हुए मिले हैं. रुद्रनाथ मंदिर की धर्मशालाओं में भी तोड़फोड़ हुई है. धर्मशालाओं के दरवाजे भी टूटे मिले हैं. इस तोड़फोड़ के कारण चोरी की आशंका जताई जा रही है. केदारनाथ वन प्रभाग की टीम के अनुसार, इस तोड़फोड़ के पीछे चोरी की आशंका है. दरअसल, शीतकाल के दौरान इन दिनों रुद्रनाथ मंदिर के कपाट बंद हैं. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और मंदिर समिति की टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है.
रुद्रनाथ मंदिर देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित भगवान शिव का एक मंदिर है, जो कि पंचकेदार में से एक है. समुद्रतल से 2290 मीटर की ऊंचाई पर स्थित रुद्रनाथ मंदिर भव्य प्राकृतिक छटा से परिपूर्ण है. रुद्रनाथ मंदिर में भगवान शंकर के एकानन यानि मुख की पूजा की जाती है, जबकि संपूर्ण शरीर की पूजा नेपाल की राजधानी काठमांडू के पशुपतिनाथ में की जाती है. रुद्रनाथ मंदिर के सामने से नंदा देवी और त्रिशूल की हिमाच्छादित चोटियां दिखाई देती हैं, जो यहां का आकर्षण बढ़ाती हैं.
19 मई को खुलेंगे चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट: 19 मई को चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खुलेंगे. 15 मई से 17 मई तक गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर में कपाट उद्घाटन की प्रक्रिया प्रारंभ होगी. 17 मई को रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली गोपेश्वर से रुद्रनाथ के लिए प्रस्थान करेगी और 19 मई को पूर्ण विधि-विधान के साथ सुबह 8:00 बजे रुद्रनाथ जी के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे.
रुद्रनाथ मंदिर गोपेश्वर-केदारनाथ रोड पर स्थित है. इसका निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जौलीग्रांट एयरपोर्ट है, जो गोपेश्वर से लगभग 258 किमी दूर है. देहरादून हवाई अड्डे से गोपेश्वर तक टैक्सी तथा बस सेवाएं उपलब्ध हैं. ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून में रेलवे स्टेशन की सुविधा है. गोपेश्वर से निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश (लगभग 241 किमी) है. ऋषिकेश से गोपेश्वर बस/टैक्सी से पहुंचा जा सकता है.
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