विजयवाड़ाः कोरोना की दूसरी लहर ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है जिसका कई परिवारों को काफी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है. कोरोना संक्रमितों को सरकारी अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहा है और निजी अस्पतालों में खर्च इतने होते हैं कि इलाज और सेवा पाना हर किसी के लिए संभव नहीं होता है.
ऐेसे में कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन में रहकर इलाज के प्रति जागरूक कराने का कुछ स्वयंसेवी संगठनों ने बीड़ा उठाया है. उनमें से एक संगठन विजयवाड़ा का रूट्स फाउंडेशन है.
संगठन के सदस्य कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य सेवा लेने की सलाह दे रहे हैं.
इस बारे में फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. पोलावरपु विजय भास्कर ने बताया कि पिछले साल फाउंडेशन ने कोरोना के प्रभाव से निपटने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया था जो कि सफल हुआ. इसके मद्देनजर अब कोरोना मरीजों के लिए कई कार्यक्रमों के जरिये समय पर मदद देने की कोशिश की जा रही है.
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रूट्स फाउंडेशन की अपनी मोबाइल वैन है जिसमें कोरोना मरीजों के लिए आवश्यक दवाइयां, किट, चिकित्सक और स्टाफ उपलब्ध है.
पिछले साल जिन्होंने इस फाउंडेशन की सेवा ली, वे बेहद खुश और संतुष्ट हैं.
अब फाउंडेशन के सदस्य गरीब मरीजों की मदद के लिए तैयार हैं जो कोरोना संक्रमित होने के बाद अच्छे इलाज से वंचित हैं.
ऐसे मरीजों को उनके घरों में कोरोना का इलाज व सेवा प्रदान किया जाएगा. उन्हेंन सरकारी या निजी अस्पतालों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी.