पटना: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तीखी नोक झोंक चल रही है. बीजेपी महागठबंधन सरकार पर हमलावर है और कह रही है कि नीतीश कुमार की आरजेडी में अब नहीं चल रही है. यही कारण है कि तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीट होने के बाद भी सीएम कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं. नीतीश को कुर्सी जाने का डर सता रहा है. वहीं इन तमाम बयानों के बीच भाई वीरेंद्र ने बड़ा बयान देकर बैठे बिठाए बीजेपी को एक बड़ा मुद्दा दे दिया है.
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'लालू हैं नीतीश के गुरु': भाई वीरेंद्र ने कहा कि लालू यादव सबके गुरु हैं. उनके नेतृत्व में ही बिहार से पूरे देश को दिशा दिया जाएगा. इस दौरान भाई वीरेंद्र ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव यूथ आइकन हैं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. हालांकि अंत में भाई वीरेंद्र ने अपने बयान को बैलेंस करने के लिए यह भी कहा की वैसे महागठबंधन में सभी का कद बराबर है.
"महागठबंधन में सारे नेता का कद बराबर है. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं. यूथ आइकन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी हैं. लालू प्रसाद यादव सबके गुरु हैं. उनके नेतृत्व में ही पूरे बिहार के महागठबंधन के द्वारा देश को दिशा दिया जा रहा है."- भाई वीरेंद्र, आरजेडी विधायक
क्या बिहार में होगा खेला?: पिछले कुछ समय से बिहार की सियासत में परिवर्तन के संकेत मिल रहे हैं. मामला तब और तूल पकड़ा जब बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे व पूर्व मंत्री संतोष सुमन ने दावा किया कि 10 दिनों के अंदर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा. संतोष सुमन ने यह भी दावा किया था कि बिहार में बड़ा परिवर्तन होने वाला है. अब भाई वीरेंद्र के बयान से बिहार की राजनीति में भूचाल आना तय माना जा रहा है.
कई बार मिल चुके हैं सत्ता परिवर्तन के संकेत: ऐसे कई मौके आए जब कहा जाने लगा कि नीतीश कुमार के हाथ से सत्ता की चाबी जाने वाली है. एनडीए से अलग होकर महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के साथ ही बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया. सबसे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने बयान देते हुए कहा था कि नीतीश कुमार और आरजेडी की डील हुई है. उसके बाद खुद सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को आगे लाने की बात कही थी.
शिवानंद तिवारी के बयान से भी भूचाल: दरअसल नीतीश कुमार ने कहा था कि अब हम तो तेजस्वी को ही आगे लाने की कोशिश कर रहे हैं. हमारा कुछ नहीं है. वहीं आरजेडी नीतीश को केंद्र की राजनीति में सक्रिय करना चाहती है ताकि प्रदेश के मुखिया तेजस्वी बन सकें. वहीं आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने तो यहां तक कह दिया था कि नीतीश कुमार को आश्रम जाने से पहले तेजस्वी यादव को सत्ता सौंप देनी चाहिए.
जीतन राम मांझी ने तेजस्वी को कहा था सीएम: पिछले दिनों जब हम पार्टी और नीतीश कुमार के संबंध मधुर थे तो एक कार्यक्रम में मांझी ने तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री कहकर संबोधित तक किया था. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार केंद्र की सत्ता संभालेंगे. हम चाहते हैं कि वो प्रधानमंत्री बने और बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी बने.