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केदारनाथ के लिए रजिस्ट्रेशन 5 लाख के पार, चारधाम पंजीकरण का आंकड़ा पहुंचा 15 लाख 36 हजार

इस बार केदारनाथ यात्रा के लिए अभी तक 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. ऐसे में इस बार चारधाम यात्रा के दौरान रिकॉर्ड तोड़ यात्री आने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं, 25 अप्रैल को केदारनाथ मंदिर के कपाट खुल जाएंगे, लेकिन यात्रा मार्ग पर तैयारियां अभी भी अधूरी है.

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चारधाम यात्रा 2023
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Published : Apr 18, 2023, 7:54 PM IST

Updated : Apr 18, 2023, 8:58 PM IST

चारधाम यात्रा 2023

रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा 2023 शुरू होने में महज कुछ दिन ही बचे हैं. इस बार चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड यात्रियों के पहुंचने की उम्मीद है. जिसकी शुरुआत केदारनाथ धाम के लिए 5 लाख से ज्यादा यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराके अभी से दे दी है. वहीं, चारधाम की बात करें तो गंगोत्री के लिए 2,81,506, यमुनोत्री के लिए 2,41,765 और बदरीश विशाल के लिए 4,64,123 यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि हेमकुंड साहिब के लिए 7,740 श्रद्धालु ने पंजीकरण कराया है.

गौरतलब है कि इस बार मौसम खराब रहने के कारण यात्रा तैयारियां करने में देरी हुई है. 25 अप्रैल को बाबा केदार के कपाट खुलने जा रहे हैं. ऐसे में प्रशासन केदारनाथ यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है. यात्रा से जुड़े संबंधित विभागों को हर हाल में 25 अप्रैल से पहले सभी व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के निर्देश दिए गए हैं. केदारनाथ सहित पैदल मार्ग पर भी अभी तक आवश्यक व्यवस्थाएं नहीं हो पाई है. ऐसे में देखने होगा कि एक सप्ताह में प्रशासन कितनी व्यवस्था धाम में कर पाता है. वहीं, यह भी देखने वाली बात होगी कि केदारनाथ धाम में यात्रियों की सुविधाओं का कितना ख्याल रखा जाता है.

बता दें कि कोरोना महामारी के बाद 2022 की केदारनाथ यात्रा ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. 2022 में 16 लाख यात्रियों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए थे. इस बार भी उत्तराखंड के चारों धामों में से सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन अभी तक केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं. ऐसे में उम्मीद है कि इस बार चारधाम यात्रा में 2022 का रिकॉर्ड टूटेगा. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि 2022 की तुलना में इस बार केदारनाथ यात्रा एक माह अधिक चलेगी.
ये भी पढ़ें: अधूरी तैयारियों के बीच शुरू होगी केदारनाथ यात्रा! जगह-जगह अव्यवस्थाओं का अंबार, ग्लेशियर भी करने होंगे पार

साल 2022 में केदारनाथ यात्रा 6 मई को शुरू हुई थी और भैया दूज पर 26 अक्टूबर को कपाट बंद हुआ था. जबकि इस बार 25 अप्रैल को कपाट खुलेंगे और भैया दूज पर 15 नवंबर को कपाट बंद होंगे. ऐसे में पिछली बार की तुलना में इस बार एक माह यात्रा का समय बढ़ गया है, जो यात्री शुरूआती चरण में दर्शन नहीं कर सकते हैं. वह मानसून सीजन के बाद भी दर्शन कर सकते हैं. शुरूआती चरण में यात्रा के दौरान अत्यधिक भीड़ रहती है. वहीं मानसून के बाद यात्रियों की भीड़ थोड़ी कम हो जाती है.

प्रशासन द्वारा केदारनाथ पैदल मार्ग को पूरी तरह से आवाजाही लायक बना दिया गया है. इस पैदल मार्ग पर स्थानीय सहित घोड़े-खच्चरों की आवाजाही भी शुरू हो गई है. केदारनाथ धाम में आवश्यक सामग्री पहुंचाए जा रहे हैं. इसके अलावा धाम में द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य भी शुरू कर दिए गए हैं.

रुद्रप्रयाग डीएम मयूर दीक्षित ने कहा केदारनाथ धाम यात्रा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं. बीते 20 दिनों से मौसम धाम सहित निचले क्षेत्र में खराब था. इसके बावजूद यात्रा मार्ग पर एक सप्ताह के भीतर कार्यों को पूरा करने की कोशिश की जा रही है. पैदल मार्ग के साथ केदारनाथ एनएच पर भी कार्य चल रहा है. घोड़े-खच्चरों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए इस बार नई पहल की गई है. बदरी-केदार मंदिर समिति भी लगातार कार्य कर ही है.

चारधाम यात्रा 2023

रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा 2023 शुरू होने में महज कुछ दिन ही बचे हैं. इस बार चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड यात्रियों के पहुंचने की उम्मीद है. जिसकी शुरुआत केदारनाथ धाम के लिए 5 लाख से ज्यादा यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराके अभी से दे दी है. वहीं, चारधाम की बात करें तो गंगोत्री के लिए 2,81,506, यमुनोत्री के लिए 2,41,765 और बदरीश विशाल के लिए 4,64,123 यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि हेमकुंड साहिब के लिए 7,740 श्रद्धालु ने पंजीकरण कराया है.

गौरतलब है कि इस बार मौसम खराब रहने के कारण यात्रा तैयारियां करने में देरी हुई है. 25 अप्रैल को बाबा केदार के कपाट खुलने जा रहे हैं. ऐसे में प्रशासन केदारनाथ यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है. यात्रा से जुड़े संबंधित विभागों को हर हाल में 25 अप्रैल से पहले सभी व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के निर्देश दिए गए हैं. केदारनाथ सहित पैदल मार्ग पर भी अभी तक आवश्यक व्यवस्थाएं नहीं हो पाई है. ऐसे में देखने होगा कि एक सप्ताह में प्रशासन कितनी व्यवस्था धाम में कर पाता है. वहीं, यह भी देखने वाली बात होगी कि केदारनाथ धाम में यात्रियों की सुविधाओं का कितना ख्याल रखा जाता है.

बता दें कि कोरोना महामारी के बाद 2022 की केदारनाथ यात्रा ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. 2022 में 16 लाख यात्रियों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए थे. इस बार भी उत्तराखंड के चारों धामों में से सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन अभी तक केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं. ऐसे में उम्मीद है कि इस बार चारधाम यात्रा में 2022 का रिकॉर्ड टूटेगा. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि 2022 की तुलना में इस बार केदारनाथ यात्रा एक माह अधिक चलेगी.
ये भी पढ़ें: अधूरी तैयारियों के बीच शुरू होगी केदारनाथ यात्रा! जगह-जगह अव्यवस्थाओं का अंबार, ग्लेशियर भी करने होंगे पार

साल 2022 में केदारनाथ यात्रा 6 मई को शुरू हुई थी और भैया दूज पर 26 अक्टूबर को कपाट बंद हुआ था. जबकि इस बार 25 अप्रैल को कपाट खुलेंगे और भैया दूज पर 15 नवंबर को कपाट बंद होंगे. ऐसे में पिछली बार की तुलना में इस बार एक माह यात्रा का समय बढ़ गया है, जो यात्री शुरूआती चरण में दर्शन नहीं कर सकते हैं. वह मानसून सीजन के बाद भी दर्शन कर सकते हैं. शुरूआती चरण में यात्रा के दौरान अत्यधिक भीड़ रहती है. वहीं मानसून के बाद यात्रियों की भीड़ थोड़ी कम हो जाती है.

प्रशासन द्वारा केदारनाथ पैदल मार्ग को पूरी तरह से आवाजाही लायक बना दिया गया है. इस पैदल मार्ग पर स्थानीय सहित घोड़े-खच्चरों की आवाजाही भी शुरू हो गई है. केदारनाथ धाम में आवश्यक सामग्री पहुंचाए जा रहे हैं. इसके अलावा धाम में द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य भी शुरू कर दिए गए हैं.

रुद्रप्रयाग डीएम मयूर दीक्षित ने कहा केदारनाथ धाम यात्रा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं. बीते 20 दिनों से मौसम धाम सहित निचले क्षेत्र में खराब था. इसके बावजूद यात्रा मार्ग पर एक सप्ताह के भीतर कार्यों को पूरा करने की कोशिश की जा रही है. पैदल मार्ग के साथ केदारनाथ एनएच पर भी कार्य चल रहा है. घोड़े-खच्चरों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए इस बार नई पहल की गई है. बदरी-केदार मंदिर समिति भी लगातार कार्य कर ही है.

Last Updated : Apr 18, 2023, 8:58 PM IST
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