नई दिल्ली : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री के लोकसभा में जवाब के बाद कांग्रेस ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पार्टी के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीटर पर आक्रमण की कमान संभाली. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की लापरवाही और नमस्ते ट्रंप जैसे कार्यक्रमों के कारण कोरोना बेकाबू हो गया था.
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 8, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
अगर भाजपा को वोट देने जाते,
तो हवाई जहाज भी लगा देते,
काश मोदी जी ये पीड़ा समझ पाते !
मग़र ये जिंदगी बचाने की दौड़ थी
तो सोचा - "मेरे लिए चले थे क्या.."#migrantworkers #भाजपा_हटाओ_देश_बचाओ pic.twitter.com/m8AWSNPRau
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 8, 2022
अगर भाजपा को वोट देने जाते,
तो हवाई जहाज भी लगा देते,
काश मोदी जी ये पीड़ा समझ पाते !
मग़र ये जिंदगी बचाने की दौड़ थी
तो सोचा - "मेरे लिए चले थे क्या.."#migrantworkers #भाजपा_हटाओ_देश_बचाओ pic.twitter.com/m8AWSNPRau2/2
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 8, 2022
अगर भाजपा को वोट देने जाते,
तो हवाई जहाज भी लगा देते,
काश मोदी जी ये पीड़ा समझ पाते !
मग़र ये जिंदगी बचाने की दौड़ थी
तो सोचा - "मेरे लिए चले थे क्या.."#migrantworkers #भाजपा_हटाओ_देश_बचाओ pic.twitter.com/m8AWSNPRau
संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कोरोना काल में कांग्रेस के रवैये पर तीखा प्रहार किया था. पीएम मोदी ने कहा था कांग्रेस शासित राज्यों में श्रमिकों को पलायन से मजबूर करने के कारण उत्तरप्रदेश, बिहार समेत देश के अन्य हिस्सों में कोरोना फैला. इसके जवाब में सुरजेवाला ने लॉकडाउन के दौरान हुए पलायन की तस्वीरों की लाइन लगा दी.
अपने ट्वीट में रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि नमस्ते ट्रंप के कारण कोरोना का प्रसार हुआ. बता दें 24 फरवरी 2020 को गुजरात के अहमदाबाद में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में नमस्ते ट्रंप का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में एक लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे.
मोदी सरकार को गरीब विरोधी बताते हुए सुरजेवाला ने मनरेगा के लिए बजट आवंटन में कमी के आंकड़े पेश किए. उन्होंन लिखा कि मनरेगा का बजट में ₹38,170 करोड़ रुपये की कटौती की गई. साल 2021-22 में मनरेगा के लिए ₹1,11,170 करोड़ धनराशि आवंटित की गई थी, जो साल 2022-23 में ₹73,000 करोड़ हो गई.
उन्होंने अपने ट्वीट में दावा किया कि साल 2021-22 में भी 1,89,00,000 (1.89 करोड़) मज़दूरों को काम नहीं मिला क्योंकि सरकार के पास इस मद में पैसा नहीं था. 2021-22 का ₹21,000 करोड़ अभी भी देना बाक़ी है. उनका कहना है कि 2022-23 में मनरेगा का असल बजट ₹52,000 करोड़ ही है. अभी तक 21 राज्यों के पास मनरेगा पैसे नहीं हैं. रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी शासित राज्यों पर आरोप लगाया कि वह मजदूरों को मनरेगा के तहत काम मुहैया नहीं करा रहे है.
सरकार पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों को गाड़ी मुहैया नहीं कराई गई थी. उन्होंने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि जब लोग पैदल जा रहे थे, तब कांग्रेस ने उनकी मदद की थी.
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