नई दिल्ली/गाजियाबाद : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि जैसा कि पहले बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ने वोट क्लब का आंदोलन चलाया था, ठीक उसी तरह किसान मोर्चा इस आंदोलन को चला रहा है. इस आंदोलन को केवल राकेश टिकैत नहीं बल्कि किसान मोर्चा चला रहा है. कृषि कानूनों की वापसी को लेकर चल रहा किसान आंदोलन भी इतिहास में सुनहरे अक्षरों से लिखा जाएगा.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा. आंदोलन में किसानों को एकजुट करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा. केंद्र सरकार अगर पहले बातचीत कर किसानों की मांगों का समाधान कर देती है, तो आंदोलन पहले ही खत्म हो जाएगा.
राकेश टिकैत ने कहा कि अभी तक केंद्र सरकार की तरफ से बातचीत के लिए कोई प्रस्ताव नहीं आया है. किसानों की तरफ से सरकार के लिए बातचीत के दरवाजे हमेशा खुले हैं, लेकिन जब तक समाधान नहीं निकलता है, तब तक किसान गांवों को वपास नहीं लौटेगा.
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किसान आंदोलन को 80 दिन बीत चुके हैं, तो वहीं दूसरी ओर मार्च के महीनों में गेहूं की कटाई का भी समय आ रहा है. जिसमें किसान काफी व्यस्त होते हैं. जब इस बारे में राकेश टिकैत से बातचीत की गई तो, उनका कहना है कि गेंहू कटाई के मौसम में किसानों को कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए भी रूपरेखा तैयार की जाएगी.