नई दिल्ली : भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmers Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) ने हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) के साथ बैठक की. टिकैत ने इस बैठक को लेकर भारतीय किसान यूनियन से जुड़े खास सवालों के जवाब दिए. टिकैत ने बताया कि ममता बनर्जी से इस बैठक में बंगाल की खेती किसानी को लेकर बातचीत हुई. इसके साथ ही बंगाल की एग्रीकल्चर पॉलिसी (agricultural policy) और किसान को बेहतर सुविधा देने पर भी चर्चा हुई.
किसान दिवस का हो आयोजन
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बताया कि उन्होंने ममता बनर्जी से बैठक में कहा कि बंगाल को एक मॉडल स्टेट (model state) बनाया जाए, जिससे पूरा देश बंगाल से सीख ले सके. इसके साथ ही मुख्यमंत्री के जरिए बंगाल में किसानों के लिए चल रही तमाम योजनाओं की लिस्ट भी दी गई.
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टिकैत का कहना है कि हर महीने जैसे उत्तर प्रदेश में पिछले 12 सालों से अधिकारियों के साथ किसानों की हर महीने बैठक होती है, किसान दिवस का आयोजन होता है. उसी तर्ज पर देशभर में किसान दिवस का आयोजन किया जाए, जिससे किसानों की बड़ी समस्याओं का समाधान हो सकता है.
टिकैत से खास बातचीत
किसान नेता राकेश टिकैत से पूछा गया कि क्या जिस तरीके से बंगाल में किसान नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला था, उसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी खोला जाएगा? इस सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा, उत्तर प्रदेश में आलू और गन्ने का किसान बर्बाद हो गया है. गेहूं-धान की उत्तर प्रदेश में खरीद नहीं है और प्रदेश में बिजली के रेट सबसे अधिक है. अब हम किसानों के बीच में जाएंगे और अपनी बात रखेंगे.
टिकैत से पूछे जाने पर कि क्या किसान अगले दो-तीन महीने में चुनावों को लेकर कोई योजना बनाने वालें हैं? टिकैत ने जवाब दिया आने वाले समय में बरसात के बाद उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक बड़ी महापंचायत होगी. वहीं से उत्तर प्रदेश मिशन की शुरुआत होगी. गांव-गांव जाकर किसान नेता सभाएं करेंगे.
टिकैत का कहना है कि ममता बनर्जी किसानों के संघर्ष के साथ खड़ी हैं. उन्होंने बताया कि ममता बनर्जी ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून वापस होने चाहिए. इसके बारे में उन्होंने केंद्र सरकार को भी खत लिखा है.