नई दिल्ली: स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किए गए आतंकी अशरफ से पूछताछ करने के लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना आज खुद लोधी कॉलोनी स्थित दफ्तर जाएंगे. सूत्रों का कहना है कि कई धमाकों में अशरफ द्वारा आतंकियों को मदद करने की बात सामने आई है. उसके लिंके को लेकर पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना खुद सभी जानकारी जुटाना चाहते हैं ताकि आने वाले त्योहारों के मौसम में दिल्ली पूरी तरीके से सुरक्षित रह सकें.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार किया गया अशरफ जम्मू कश्मीर में लगभग एक दशक पहले हुए आतंकी हमले में भी शामिल रहा है. पुलिस उससे यह जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है कि यह कौन सा धमाका था जिसमें उसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. जम्मू बस स्टैंड पर लगभग 3 साल पहले हुए धमाके में भी उसकी भूमिका को लेकर स्पेशल सेल की टीम पूछताछ कर रही है. अशरफ ने पुलिस को बताया है कि वह लंबे समय तक जम्मू कश्मीर में भी रहा है. यहां पर वह सेना के जवानों और गाड़ियों पर नजर रखता था और इससे संबंधित इनपुट पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंट को देता था.
उसने पुलिस को यह भी बताया है कि वह प्रत्येक छह महीने में अपना मोबाइल नंबर बदल लेता था ताकि जांच एजेंसियों को।उसकी भनक न लगे. अशरफ ने पुलिस को बताया है कि उसे पाकिस्तान में बैठे आईएसआई का एजेंट नासिर फोटो भेज कर लोकेशन और टारगेट बताता था. उसे यह बताया जाता था कि उसे क्या-क्या चीज आतंकियों को पहुंचानी है. उसने पुलिस को यह भी बताया है कि वह नासिर को ठीक से जानता है। सामान डिलीवर करने वाले को भी वह नहीं जानता था. वह केवल उनके इशारे पर उनके द्वारा बताया गया काम करता था. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसके पास से जो हथियार बरामद हुए हैं, उसका इस्तेमाल कहां पर किया जाना था.
पढ़ें : हाईकोर्ट ब्लास्ट के लिए अशरफ ने की थी रेकी, ऐसे बनवाया आईडी प्रूफ
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अशरफ से जुड़े कुछ अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी जल्दी हो सकती है. यह वह लोग हैं जिन्होंने भारत में रहने के दौरान उसकी मदद की है. बीते डेढ़ दशक से वह भारत में रह रहा है और उसने अवैध दस्तावेज भी बना लिए थे. इन सब को लेकर स्पेशल सेल की टीम लगातार पूछताछ कर रही है ताकि किसी बड़ी साजिश को भारत में अंजाम ना दिया जा सके.