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गांधी-पटेल-अंबेडकर को 'चुरा' रही भाजपा, अब संघ का पार्टी में विलय हो जाना चाहिए : गहलोत

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Published : Apr 15, 2022, 5:09 PM IST

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि आरएसएस और भाजपा का विलय हो जाना चाहिए. गहलोत ने भाजपा पर राष्ट्रपिता गांधी, सरदार पटेल जैसी हस्तियों के सियासी इस्तेमाल का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को घर-घर जाकर सद्भाव का संदेश देना चाहिए. राजनीतिक सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि संघ के लोग पीछे रह करके भाजपा को जिताने का काम करते हैं. बता दें कि संघ प्रमुख भागवत ने हरिद्वार में कहा कि हम अहिंसा की बात करेंगे, लेकिन ये बात हाथों में डंडा लेकर कहेंगे.

CM Ashok Gehlot attacks Mohan Bhagwat
अशोक गहलोत मोहन भागवत संघ बीजेपी विलय

उदयपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के बयान पर सीएम अशोक गहलोत ने कहा, अब संघ को भाजपा में मर्ज हो जाना चाहिए. गौरतलब है कि संघ प्रमुख ने हरिद्वार में एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था, सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है. 20 से 25 साल में देश फिर से अखंड भारत (RSS On Akhand Bharat) बनेगा और यह सब हम अपनी आंखों से देखेंगे. मीडिया से मुखातिब सीएम अशोक गहलोत ने आरएसएस, भाजपा और उनकी विचारधारा पर भी टिप्पणी की.

'चुनाव जीतने के लिए करते हैं सब': गहलोत ने भाजपा पर महात्मा गांधी, भीमराव अंबेडकर और सरदार पटेल के नाम का बेजा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. कहा कि भाजपा जो महात्मा गांधी और सरदार पटेल और भीमराव अंबेडकर की बात करते हैं. दरअसल, भाजपा के लोग इन नेताओं को चुनाव में चुराने का काम कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा खाली चुनाव जीतने के लिए इन नेताओं का नाम ले रही इन नेताओं से भाजपा का कोई ताल्लुक नहीं है.

'विलय हो जाए तो अच्छा': मोहन भागवत के अखंड भारत (RSS On Akhand Bharat) वाले बयान पर सीएम गहलोत ने संघ को अपने अंदाज में समझाया कि हिंदू राष्ट्र क्या होता है. गहलोत ने कहा, जो लोग हिंदू की बात करते हैं. आज हिंदू भी संकट में है. देश में आज भी छुआछूत के मामले देखने को मिलते हैं. ऐसे में आरएसएस के कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर सद्भाव का संदेश देना चाहिए. अखंड भारत तब बनेगा जब सभी जातियों और धर्म के लोग मजबूत होंगे. ऐसे में आरएसएस को छुआछूत और भेदभाव के खिलाफ अभियान छेड़ना चाहिए.

आरएसएस पर गहलोत की टिप्पणी : सीएम अशोक गहलोत ने संघ को राजनीति के प्लेग्राउंड में फ्रंटफुट पर खेलने का मशविरा दिया. उन्होंने कहा कि आरएसएस पीछे रह करके भाजपा को जिताने का काम करती है. इन्हें चाहिए कि बीजेपी को अपने अंदर मर्ज (merge rss into BJP) कर ले. RSS दबंग होकर आगे आए और राजनीति पार्टी बन जाए. ये लोग पीछे रह करके भाजपा को जिताने का काम करते हैं. हिंदुत्व की बात करते हैं. इस तरह ध्रुवीकरण के जोर पर भाजपा को चुनाव जिताते हैं.

संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नसीहत

तीन साल पहले भी संघ भाजपा के विलय की नसीहत दी : बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीन साल पहले भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा पर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था, आरएसएस को एक राजनीतिक दल में बदलना चाहिए और भाजपा में विलय करना चाहिए. मार्च 2019 में सीएम गहलोत ने कहा था, एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरएसएस की 'अतिरिक्त-संवैधानिक प्राधिकरण' के रूप में 'पकड़' है. बकौल गहलोत, आरएसएस की सरकार पर एक अतिरिक्त-संवैधानिक प्राधिकरण के रूप में अपनी पकड़ है. कोई भी आरएसएस से पूछे बिना मुख्यमंत्री या मंत्री नहीं बनता. यही वर्तमान स्थिति है. ऐसे में इसे एक राजनीतिक दल के रूप में परिवर्तित हो जाना चाहिए और भाजपा में संघ का विलय हो जाना चाहिए. हमें इससे कोई समस्या नहीं है.

PM राष्ट्र के नाम जारी करें संदेश : सीएम ने देश की वर्तमान स्थिति को बेहद चिंतनीय माना और अपनी ओर से पीएम से राष्ट्र के नाम संदेश जारी करने की अपील की. बोले- वर्तमान में जिस तरह की तस्वीर देखने को मिल रही है. कुछ लोग खुश हो सकते हैं.लेकिन इस तरह का माहौल देश के लिए अच्छा नहीं है. देश में बहुत तनाव का माहौल है. ऐसे में प्रधानमंत्री को चाहिए कि राष्ट्र के नाम संदेश जारी करें और उन लोगों के खिलाफ बोलें जो देश में अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं.

गौरव यात्रा दे रही है सद्भावना का संदेश : मुख्यमंत्री गहलोत ने माना कि वर्तमान परिस्थिति में सेवादल की गौरव यात्रा बेहद जरूरी है. सीएम ने कहा- सेवा दल की ओर से जो यात्रा निकाली जा रही है. ये सद्भावना का संदेश दे रही है. वर्तमान में लोकतंत्र खतरे के अंदर है. इनकम टैक्स सीबीआई और ईडी लोगों के पीछे लगी हुई है. ऐसे में व्यापारी उद्यमी सभी लोग डरे हुए हैं. ऐसी स्थिति में शांति और भाईचारे का संदेश गौरव यात्रा हमें देती है.

बता दें कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर कांग्रेस सेवा दल की ओर से गौरव यात्रा (Congress Seva dal Gaurav Yatra) निकाली जा रही है. यात्रा शुक्रवार को राजस्थान के रतनपुर पहुंची. इस यात्रा का स्वागत करने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन प्रदेश, अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा शुक्रवार को जयपुर से उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पहुंचे. यहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.

पढ़ें- अगले 20 सालों में देश फिर से बनेगा अखंड भारत: मोहन भागवत

प्रदेश प्रभारी और पीसीसी अध्यक्ष बोले ये ! कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने गौरव यात्रा की जरूरत पर जोर दिया. माकन के अनुसार आज के संदर्भ में ये यात्रा और भी प्रासंगिक है. PCC चीफ डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस में त्याग तपस्या बलिदान का काम किया है. वर्तमान युवा पीढ़ी को उस गुजरे कल के बारे में बताना जरूरी है. डोटासरा ने यात्रा की आवश्यकता को कुछ यूं बयां किया. कहा- कांग्रेस ने संघर्ष करके देश को आजादी दिलाई ऐसे में आज के आधुनिक भारत में कांग्रेस और उनके नेताओं का बड़ा योगदान है इसलिए सेवा दल की ओर से 1175 किलोमीटर की पदयात्रा की जा रही है. इससे पूरे देश में एक संदेश जाएगा कि कांग्रेस 36 कौम को साथ लेकर आगे बढ़ती है.

उदयपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के बयान पर सीएम अशोक गहलोत ने कहा, अब संघ को भाजपा में मर्ज हो जाना चाहिए. गौरतलब है कि संघ प्रमुख ने हरिद्वार में एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था, सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है. 20 से 25 साल में देश फिर से अखंड भारत (RSS On Akhand Bharat) बनेगा और यह सब हम अपनी आंखों से देखेंगे. मीडिया से मुखातिब सीएम अशोक गहलोत ने आरएसएस, भाजपा और उनकी विचारधारा पर भी टिप्पणी की.

'चुनाव जीतने के लिए करते हैं सब': गहलोत ने भाजपा पर महात्मा गांधी, भीमराव अंबेडकर और सरदार पटेल के नाम का बेजा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. कहा कि भाजपा जो महात्मा गांधी और सरदार पटेल और भीमराव अंबेडकर की बात करते हैं. दरअसल, भाजपा के लोग इन नेताओं को चुनाव में चुराने का काम कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा खाली चुनाव जीतने के लिए इन नेताओं का नाम ले रही इन नेताओं से भाजपा का कोई ताल्लुक नहीं है.

'विलय हो जाए तो अच्छा': मोहन भागवत के अखंड भारत (RSS On Akhand Bharat) वाले बयान पर सीएम गहलोत ने संघ को अपने अंदाज में समझाया कि हिंदू राष्ट्र क्या होता है. गहलोत ने कहा, जो लोग हिंदू की बात करते हैं. आज हिंदू भी संकट में है. देश में आज भी छुआछूत के मामले देखने को मिलते हैं. ऐसे में आरएसएस के कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर सद्भाव का संदेश देना चाहिए. अखंड भारत तब बनेगा जब सभी जातियों और धर्म के लोग मजबूत होंगे. ऐसे में आरएसएस को छुआछूत और भेदभाव के खिलाफ अभियान छेड़ना चाहिए.

आरएसएस पर गहलोत की टिप्पणी : सीएम अशोक गहलोत ने संघ को राजनीति के प्लेग्राउंड में फ्रंटफुट पर खेलने का मशविरा दिया. उन्होंने कहा कि आरएसएस पीछे रह करके भाजपा को जिताने का काम करती है. इन्हें चाहिए कि बीजेपी को अपने अंदर मर्ज (merge rss into BJP) कर ले. RSS दबंग होकर आगे आए और राजनीति पार्टी बन जाए. ये लोग पीछे रह करके भाजपा को जिताने का काम करते हैं. हिंदुत्व की बात करते हैं. इस तरह ध्रुवीकरण के जोर पर भाजपा को चुनाव जिताते हैं.

संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नसीहत

तीन साल पहले भी संघ भाजपा के विलय की नसीहत दी : बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीन साल पहले भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा पर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था, आरएसएस को एक राजनीतिक दल में बदलना चाहिए और भाजपा में विलय करना चाहिए. मार्च 2019 में सीएम गहलोत ने कहा था, एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरएसएस की 'अतिरिक्त-संवैधानिक प्राधिकरण' के रूप में 'पकड़' है. बकौल गहलोत, आरएसएस की सरकार पर एक अतिरिक्त-संवैधानिक प्राधिकरण के रूप में अपनी पकड़ है. कोई भी आरएसएस से पूछे बिना मुख्यमंत्री या मंत्री नहीं बनता. यही वर्तमान स्थिति है. ऐसे में इसे एक राजनीतिक दल के रूप में परिवर्तित हो जाना चाहिए और भाजपा में संघ का विलय हो जाना चाहिए. हमें इससे कोई समस्या नहीं है.

PM राष्ट्र के नाम जारी करें संदेश : सीएम ने देश की वर्तमान स्थिति को बेहद चिंतनीय माना और अपनी ओर से पीएम से राष्ट्र के नाम संदेश जारी करने की अपील की. बोले- वर्तमान में जिस तरह की तस्वीर देखने को मिल रही है. कुछ लोग खुश हो सकते हैं.लेकिन इस तरह का माहौल देश के लिए अच्छा नहीं है. देश में बहुत तनाव का माहौल है. ऐसे में प्रधानमंत्री को चाहिए कि राष्ट्र के नाम संदेश जारी करें और उन लोगों के खिलाफ बोलें जो देश में अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं.

गौरव यात्रा दे रही है सद्भावना का संदेश : मुख्यमंत्री गहलोत ने माना कि वर्तमान परिस्थिति में सेवादल की गौरव यात्रा बेहद जरूरी है. सीएम ने कहा- सेवा दल की ओर से जो यात्रा निकाली जा रही है. ये सद्भावना का संदेश दे रही है. वर्तमान में लोकतंत्र खतरे के अंदर है. इनकम टैक्स सीबीआई और ईडी लोगों के पीछे लगी हुई है. ऐसे में व्यापारी उद्यमी सभी लोग डरे हुए हैं. ऐसी स्थिति में शांति और भाईचारे का संदेश गौरव यात्रा हमें देती है.

बता दें कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर कांग्रेस सेवा दल की ओर से गौरव यात्रा (Congress Seva dal Gaurav Yatra) निकाली जा रही है. यात्रा शुक्रवार को राजस्थान के रतनपुर पहुंची. इस यात्रा का स्वागत करने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन प्रदेश, अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा शुक्रवार को जयपुर से उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पहुंचे. यहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.

पढ़ें- अगले 20 सालों में देश फिर से बनेगा अखंड भारत: मोहन भागवत

प्रदेश प्रभारी और पीसीसी अध्यक्ष बोले ये ! कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने गौरव यात्रा की जरूरत पर जोर दिया. माकन के अनुसार आज के संदर्भ में ये यात्रा और भी प्रासंगिक है. PCC चीफ डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस में त्याग तपस्या बलिदान का काम किया है. वर्तमान युवा पीढ़ी को उस गुजरे कल के बारे में बताना जरूरी है. डोटासरा ने यात्रा की आवश्यकता को कुछ यूं बयां किया. कहा- कांग्रेस ने संघर्ष करके देश को आजादी दिलाई ऐसे में आज के आधुनिक भारत में कांग्रेस और उनके नेताओं का बड़ा योगदान है इसलिए सेवा दल की ओर से 1175 किलोमीटर की पदयात्रा की जा रही है. इससे पूरे देश में एक संदेश जाएगा कि कांग्रेस 36 कौम को साथ लेकर आगे बढ़ती है.

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