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राहुल गांधी बने शेफ : बनाया रायता और खाई बिरयानी, जानिए क्या कहते हैं साथ खाने वाले - टीम की खुशियां सातवें आसमान पर

राहुल गांधी ने हालिया तमिलनाडु दौरे के दौरान एक गांव में पहुंचकर बिरयानी के लिए रायता तैयार किया. इससे राहुल ने न केवल शेफ, बल्कि दुनिया भर के लोगों का दिल जीत लिया है. इस आयोजन का 14 मिनट लंबा वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.

tami
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Published : Feb 2, 2021, 9:10 PM IST

पुदुकोट्टई (त्रिची) : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जहां वे खाना बनाने में मदद करते हैं और गांव वालों के साथ मशरुम बिरयानी का आनंद भी लेते हैं. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तमिलनाडु में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना अभियान 'राहुलिन तमिल वनक्कम' नाम से शुरू किया है.

तमिलनाडु के एक लोकप्रिय यू-ट्यूब चैनल के जरिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दूरदराज के गांव में जाकर रसोइये से मुलाकात की. साथ ही उनके मशरूम बिरयानी के लिए 'रायता' भी तैयार किया. इस वजह से टीम के सदस्य सातवें आसमान पर हैं और राहुल गांधी के जाने के पांच दिन बाद भी उनके पैर जमीन पर नहीं टिक पा रहे हैं.

प्रसिद्ध रसोइया पेरियाथम्बी दक्षिण भारतीय व्यंजनों के अलावा नॉन-वेज व्यंजन भी बनाते हैं. उन्होंने नवंबर 2018 में आए चक्रवात के बाद दीमक बिरयानी बनाई, जिसका वीडियो काफी लोकप्रिय हो गया. लोकप्रियता बढ़ने के बाद वे विभिन्न गांवों में जाते हैं और भोजन तैयार करते हैं. उन्हें करूर कांग्रेस सांसद एस ज्योतिमणि का फोन आया और उन्होंने राष्ट्रीय कांग्रेस नेता के साथ फोटो के लिए मौका मांगा. इसके बजाय उन्होंने गांव में राहुल गांधी के लिए खाना बनाने और परोसने की इच्छा व्यक्त की. अनुमोदन के बाद उन्हें राहुल गांधी को खाना बनाने और परोसने के लिए उपयुक्त स्थान मिल गया.

मशरूम बिरयानी और रायता

शुरू में उन्हें विश्वास नहीं था कि राहुल गांधी उनके वीआईपी मेहमान होंगे. उन्होंने मशरूम बिरयानी के लिए सामग्री एकत्र करना शुरू कर दिया और एकांत स्थान पर अपना काम शुरू किया. जब उन्होंने मशरूम बिरयानी बनाना पूरा किया, तो राहुल गांधी नीले रंग की टी-शर्ट और काले रंग की पैंट में वहां नजर आए. जो तमिल में 'वणक्कम' के साथ उनका स्वागत करते हुए पहुंचे. राहुल गांधी ने उनसे पूछा कि क्या वह टीम में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने अपने चेहरे पर मुस्कराहट के साथ उनका स्वागत किया. रायता तैयार करते समय राहुल गांधी ने अपने तमिल नामों- वेंग्यम (प्याज), थायिरु (दही) और काल उप्पू (क्रिस्टल नमक) से सामग्री का नाम चिल्लाया. उन्होंने मुख्य शेफ के समान तरीके से जोर से सामग्री का नाम चिल्लाया. फिर वे इसे एक बड़े चम्मच के साथ मिलाते रहे और स्वाद के लिए जांच भी करते रहे. टीम यह जानकर खुश थी कि रायता अच्छी तरह बना और उन्होंने राहुल गांधी की सराहना भी की.

टीम की खुशियां सातवें आसमान पर

उन्होंने कहा कि हम यह जानकर आश्चर्यचकित हैं कि राहुल गांधी बहुत सरल थे और उन्होंने बहुत सहज महसूस किया. उन्होंने न केवल भोजन तैयार किया और मशरूम बिरयानी खाई, बल्कि उनके साथ समय बिताया. वे फर्श पर एक चटाई पर बैठ गए. उन्होंने कभी खुद को एक राष्ट्रीय नेता के रूप में पेश नहीं किया और एक दोस्त, ग्राहक के रूप में उनके साथ घुलमिल गए. मशरूम बिरयानी खाने के बाद राहुल गांधी ने अच्छी बिरयानी के लिए उनकी सराहना की और कहा कि यह बहुत अच्छा था. राहुल ने उन्हें सैम पित्रोदा की मदद से अमरीका के शिकागो में एक शो आयोजित करने का वादा किया है. राहुल ने उनसे कहा कि अगली बार जब वह उनसे मिलें, तो उन्हें दीमक वाली बिरयानी बनाना सिखाएं.

कभी नहीं भूलेंगे यह क्षण

मुख्य शेफ पेरियाथम्बी कहते हैं कि राहुल ने हमारे बच्चों की तरह ही व्यवहार किया है. अय्यर कहते हैं कि राहुल ने कभी खुद को राष्ट्रीय नेता के रूप में पेश नहीं किया. उसने हमें अपने दोस्तों की तरह हमारे साथ घुलमिल कर बहुत सहज महसूस कराया. वह सरल हैं और यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक क्षण था. हम इसे कभी नहीं भूलेंगे.

यह भी पढ़ें-कृषि आंदोलन : गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे संजय राउत, राहुल बोले- दीवारें नहीं, पुल बनाए भारत सरकार

पुदुकोट्टई (त्रिची) : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जहां वे खाना बनाने में मदद करते हैं और गांव वालों के साथ मशरुम बिरयानी का आनंद भी लेते हैं. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तमिलनाडु में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना अभियान 'राहुलिन तमिल वनक्कम' नाम से शुरू किया है.

तमिलनाडु के एक लोकप्रिय यू-ट्यूब चैनल के जरिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दूरदराज के गांव में जाकर रसोइये से मुलाकात की. साथ ही उनके मशरूम बिरयानी के लिए 'रायता' भी तैयार किया. इस वजह से टीम के सदस्य सातवें आसमान पर हैं और राहुल गांधी के जाने के पांच दिन बाद भी उनके पैर जमीन पर नहीं टिक पा रहे हैं.

प्रसिद्ध रसोइया पेरियाथम्बी दक्षिण भारतीय व्यंजनों के अलावा नॉन-वेज व्यंजन भी बनाते हैं. उन्होंने नवंबर 2018 में आए चक्रवात के बाद दीमक बिरयानी बनाई, जिसका वीडियो काफी लोकप्रिय हो गया. लोकप्रियता बढ़ने के बाद वे विभिन्न गांवों में जाते हैं और भोजन तैयार करते हैं. उन्हें करूर कांग्रेस सांसद एस ज्योतिमणि का फोन आया और उन्होंने राष्ट्रीय कांग्रेस नेता के साथ फोटो के लिए मौका मांगा. इसके बजाय उन्होंने गांव में राहुल गांधी के लिए खाना बनाने और परोसने की इच्छा व्यक्त की. अनुमोदन के बाद उन्हें राहुल गांधी को खाना बनाने और परोसने के लिए उपयुक्त स्थान मिल गया.

मशरूम बिरयानी और रायता

शुरू में उन्हें विश्वास नहीं था कि राहुल गांधी उनके वीआईपी मेहमान होंगे. उन्होंने मशरूम बिरयानी के लिए सामग्री एकत्र करना शुरू कर दिया और एकांत स्थान पर अपना काम शुरू किया. जब उन्होंने मशरूम बिरयानी बनाना पूरा किया, तो राहुल गांधी नीले रंग की टी-शर्ट और काले रंग की पैंट में वहां नजर आए. जो तमिल में 'वणक्कम' के साथ उनका स्वागत करते हुए पहुंचे. राहुल गांधी ने उनसे पूछा कि क्या वह टीम में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने अपने चेहरे पर मुस्कराहट के साथ उनका स्वागत किया. रायता तैयार करते समय राहुल गांधी ने अपने तमिल नामों- वेंग्यम (प्याज), थायिरु (दही) और काल उप्पू (क्रिस्टल नमक) से सामग्री का नाम चिल्लाया. उन्होंने मुख्य शेफ के समान तरीके से जोर से सामग्री का नाम चिल्लाया. फिर वे इसे एक बड़े चम्मच के साथ मिलाते रहे और स्वाद के लिए जांच भी करते रहे. टीम यह जानकर खुश थी कि रायता अच्छी तरह बना और उन्होंने राहुल गांधी की सराहना भी की.

टीम की खुशियां सातवें आसमान पर

उन्होंने कहा कि हम यह जानकर आश्चर्यचकित हैं कि राहुल गांधी बहुत सरल थे और उन्होंने बहुत सहज महसूस किया. उन्होंने न केवल भोजन तैयार किया और मशरूम बिरयानी खाई, बल्कि उनके साथ समय बिताया. वे फर्श पर एक चटाई पर बैठ गए. उन्होंने कभी खुद को एक राष्ट्रीय नेता के रूप में पेश नहीं किया और एक दोस्त, ग्राहक के रूप में उनके साथ घुलमिल गए. मशरूम बिरयानी खाने के बाद राहुल गांधी ने अच्छी बिरयानी के लिए उनकी सराहना की और कहा कि यह बहुत अच्छा था. राहुल ने उन्हें सैम पित्रोदा की मदद से अमरीका के शिकागो में एक शो आयोजित करने का वादा किया है. राहुल ने उनसे कहा कि अगली बार जब वह उनसे मिलें, तो उन्हें दीमक वाली बिरयानी बनाना सिखाएं.

कभी नहीं भूलेंगे यह क्षण

मुख्य शेफ पेरियाथम्बी कहते हैं कि राहुल ने हमारे बच्चों की तरह ही व्यवहार किया है. अय्यर कहते हैं कि राहुल ने कभी खुद को राष्ट्रीय नेता के रूप में पेश नहीं किया. उसने हमें अपने दोस्तों की तरह हमारे साथ घुलमिल कर बहुत सहज महसूस कराया. वह सरल हैं और यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक क्षण था. हम इसे कभी नहीं भूलेंगे.

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