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ईपीएफ ब्याज दर घटाने पर राहुल का तंज- पता 'लोक कल्याण मार्ग' रख लेने से लोगों का कल्याण नहीं होता - ब्याज दर घटाने पर राहुल का तंज

ईपीएफओ ब्याज दर में कटौती किए जाने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है (rahul gandhi takes dig at modi govt). राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने साढ़े 6 करोड़ कर्मचारियों के वर्तमान और उनके भविष्य को बर्बाद करने के लिए 'महंगाई बढ़ाओ, कमाई घटाओ' मॉडल को लागू किया है.'

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राहुल गांधी
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Published : Jun 4, 2022, 11:51 AM IST

Updated : Jun 4, 2022, 12:39 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) में जमा राशि पर ब्याज दर 8.1 प्रतिशत किए जाने को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पता (प्रधानमंत्री आवास) 'लोक कल्याण मार्ग' कर लेने से लोगों का कल्याण नहीं होता. राहुल ने ट्वीट किया, 'घर का पता 'लोक कल्याण मार्ग' रख लेने से लोगों का कल्याण नहीं होता. प्रधानमंत्री ने साढ़े छह करोड़ कर्मचारियों के वर्तमान और भविष्य को बर्बाद करने के लिए 'महंगाई बढ़ाओ, कमाई घटाओ' मॉडल को लागू किया है.'

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ट्वीट

उन्होंने एक ग्राफ भी साझा किया, जिसमें दर्शाया गया है कि 2015-16 में ईपीएफ पर ब्याज दर 8.8 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 8.1 प्रतिशत हो गई है. सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के करीब पांच करोड़ अंशधारकों को वर्ष 2021-22 के लिए भविष्य निधि जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज देने को मंजूरी दे दी है. बीते चार दशकों में यह ईपीएफ पर मिलने वाली सबसे कम ब्याज दर है.

इस साल मार्च में ही ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने 2021-22 के लिए देय ब्याज दर को 2020-21 के 8.5 प्रतिशत से घटाकर 8.1 प्रतिशत करने का निर्णय किया था.

ईपीएफ जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज 1977-78 के बाद सबसे कम है. उस समय ब्याज दर 8 प्रतिशत रही थी. ईपीएफओ ने अपने अंशधारकों को 2016-17 के लिए 8.65 प्रतिशत और 2017-18 के लिए 8.55 प्रतिशत ब्याज दिया था. इससे पहले, वित्त वर्ष 2015-16 में ब्याज दर 8.8 प्रतिशत थी. जबकि 2013-14 और 2014-15 में ब्याज दर 8.75 प्रतिशत थी.

पढ़ें- EPFO : कर्मचारी भविष्य निधि जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज को मंजूरी, चार दशक में सबसे कम

नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) में जमा राशि पर ब्याज दर 8.1 प्रतिशत किए जाने को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पता (प्रधानमंत्री आवास) 'लोक कल्याण मार्ग' कर लेने से लोगों का कल्याण नहीं होता. राहुल ने ट्वीट किया, 'घर का पता 'लोक कल्याण मार्ग' रख लेने से लोगों का कल्याण नहीं होता. प्रधानमंत्री ने साढ़े छह करोड़ कर्मचारियों के वर्तमान और भविष्य को बर्बाद करने के लिए 'महंगाई बढ़ाओ, कमाई घटाओ' मॉडल को लागू किया है.'

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उन्होंने एक ग्राफ भी साझा किया, जिसमें दर्शाया गया है कि 2015-16 में ईपीएफ पर ब्याज दर 8.8 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 8.1 प्रतिशत हो गई है. सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के करीब पांच करोड़ अंशधारकों को वर्ष 2021-22 के लिए भविष्य निधि जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज देने को मंजूरी दे दी है. बीते चार दशकों में यह ईपीएफ पर मिलने वाली सबसे कम ब्याज दर है.

इस साल मार्च में ही ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने 2021-22 के लिए देय ब्याज दर को 2020-21 के 8.5 प्रतिशत से घटाकर 8.1 प्रतिशत करने का निर्णय किया था.

ईपीएफ जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज 1977-78 के बाद सबसे कम है. उस समय ब्याज दर 8 प्रतिशत रही थी. ईपीएफओ ने अपने अंशधारकों को 2016-17 के लिए 8.65 प्रतिशत और 2017-18 के लिए 8.55 प्रतिशत ब्याज दिया था. इससे पहले, वित्त वर्ष 2015-16 में ब्याज दर 8.8 प्रतिशत थी. जबकि 2013-14 और 2014-15 में ब्याज दर 8.75 प्रतिशत थी.

पढ़ें- EPFO : कर्मचारी भविष्य निधि जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज को मंजूरी, चार दशक में सबसे कम

Last Updated : Jun 4, 2022, 12:39 PM IST
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