नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली इकाई के नेताओं से राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी को मजबूत करने के लिए कहा और 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए आप के साथ सीट बंटवारे के मुद्दे को खुला रखा. मध्य प्रदेश के प्रभारी एआईसीसी महासचिव और दिल्ली के पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल ने राहुल और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा एआईसीसी और राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के बाद इसके बारे में जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि आलाकमान ने प्रदेश के सभी नेताओं को मिलकर काम करने और दिल्ली में पार्टी को मजबूत करने को कहा है. विभिन्न नेताओं ने बात की और ऐसा करने के तरीके सुझाए. अब हम जल्द ही बैठकर कार्ययोजना बनाएंगे. कांग्रेस की बैठक महत्वपूर्ण थी, क्योंकि दिल्ली के वरिष्ठ नेता दिल्ली में आप के साथ किसी भी गठबंधन के विरोध में थे. यह समीक्षा 31 अगस्त-1 सितंबर को मुंबई में महत्वपूर्ण विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक से कुछ हफ्ते पहले हुई, जहां 26 दलों द्वारा राष्ट्रीय स्तर की सीट-बंटवारे पर चर्चा की जाएगी.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक आलाकमान का संदेश दिल्ली में कांग्रेस को मजबूत करना था, ताकि जब भी लोकसभा के लिए सीटों का बंटवारा हो तो पार्टी प्रबंधक आप के साथ कड़ी सौदेबाजी कर सकें. पार्टी मुख्यालय में आयोजित रणनीति सत्र में भाग लेने वाले एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि आलाकमान को इस बात की जानकारी है कि दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं को आप के साथ गठबंधन पर आपत्ति है.
उन्होंने कहा कि हम यह भी समझते हैं कि नेतृत्व राष्ट्रीय बड़ी तस्वीर को देख रहा है और अंततः आप के साथ चुनावी समझौते का विकल्प चुन सकता है. गठबंधन के मुद्दे पर आलाकमान ने दिल्ली के नेताओं की राय सुनी और उसके अनुसार अंतिम निर्णय लिया जाएगा. एक बार जब वे कुछ तय कर लेंगे तो जाहिर तौर पर हम उसका पालन करेंगे.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राहुल ने दिल्ली में छात्रों, मोटरसाइकिल मैकेनिकों और सब्जी व्यापारियों सहित समाज के विभिन्न वर्गों के साथ अपनी हालिया बातचीत का जिक्र किया और कहा कि शहर में सबसे पुरानी पार्टी के फिर से संगठित होने की काफी गुंजाइश थी, लेकिन इसके लिए पार्टी नेताओं को पहले मतदाताओं तक पहुंचना होगा.
दिल्ली कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि दिल्ली में हमारा कोई मौजूदा सांसद या विधायक नहीं है, लेकिन सभी सात लोकसभा सीटों पर हमारा मतदाता समर्थन आधार है. हम कम से कम 3 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेंगे. चूंकि आप सत्ता में हैं, इसलिए उन्हें कड़ी सौदेबाजी करनी पड़ेगी. हमें उसके लिए तैयार रहना चाहिए. जमीन पर मजबूत उपस्थिति हमें बेहतर सौदेबाजी करने की अनुमति देगी.
उन्होंने कहा कि अगर दोनों पार्टियों को 2024 का राष्ट्रीय चुनाव भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ना है, तो उन्हें देने और लेने की भावना से मिलकर काम करना होगा. दोनों को विपक्षी गठबंधन भारत के लिए प्रतिबद्धता दिखानी होगी. उन्होंने कहा कि राहुलजी ने हमसे दिल्ली के मतदाताओं के मुद्दों को उठाने और शहर के विकास के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा. बैठक के दौरान, खड़गे ने कहा कि तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार ने शहर को विकसित और समृद्ध बनाया था और पार्टी दिल्ली के लोगों के लिए लड़ना जारी रखेगी.